Saturday, June 5, 2010

ब्रिटेन नहीं लौटाएगा हमारा कोहिनूर

Kohinoor लंदन. ब्रिटेन ने एक बार फिर भारत की उस मांग को ठुकरा दिया है जिसमें उससे कीमती कोहिनूर हीरा और सुल्तानगंज बुद्ध मूर्ति लौटाने की बात कही गई थी। ब्रिटिश शासन के दौरान इन कीमती वस्तुओं को चुरा लिया गया था।

बहरहाल, ब्रिटेन ने उस कानून का हवाला दिया है जिसके तहत इन चीजों को भारत को नहीं लौटाया जा सकता। फॉरेन एंड कॉमनवेल्थ ऑफिस ने कहा है कि ब्रिटिश म्यूजियम एक्ट 1963 के तहत हमारे नैशनल म्यूजियम को इन ऐतिहासिक और कीमती वस्तुओं को हटाने की अनुमति नहीं है। साथ ही यह भी स्पष्ट किया है कि ब्रिटिश सरकार की इस कानून में संशोधन करने की कोई योजना नहीं है।

गौरतलब है कि आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (एएसआई) के डायरेक्टर-जनरल गौतम सेनगुप्ता ने यह अपील की थी। इसी के जवाब में फॉरेन एंड कॉमनवेल्थ ऑफिस का यह बयान आया है। इन वस्तुओं को फिर से हासिल करने के लिए एएसआई यूनेस्को और अन्य देशों की मदद से एक कैंपेन शुरू करने की योजना बना रहा है।

इन बेशकीमती भारतीय वस्तुओं में सुल्तानगंज के बुद्ध की प्रतिमा, अमरावती रेलिंग्स, धार की भोजशाला से ले जाई गई सरस्वती की प्रतिमा भी शामिल है।

No comments: