Tuesday, June 29, 2010

 
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PUNJ VARDAN PRODUCTIONS

४२ साल की उम्र में २५ के दिखते हंै सुखपाल

व्यक्ति में अगर हिम्मत हो तो वो हर काम कर सकता है। बठिंडा के सुखपाल सिंह ढिल्लों इसका जीता जागता प्रमाण है। जिस उम्र में आम तौर पर बॉडी बिल्डर गेम से सन्यास लेने के कागार पर होता है। उस उम्र में सुखपाल ने बॉडी बिल्डिंग शुरू की। ४२ वर्ष की आयु में सुखपाल का शरीर देख २२ साल के लड़के शर्मा जाते है। सचमुच वो आयु के ४०वें पड़ाव में २५ से अधिक के नही दिखते है।

सुखपाल कहते है कि उनको बचपन से ऐसा कोई शौक नही था कि वो बॉडी बिल्डिंग करे, बस शौकिया तौर पर उन्होंने नौ साल पहले अपनी बॉडी को मेनटेन करने की सोची और २००० में हुए बॉडी बिल्डिंग मुकाबले में गोल्ड मैडल झटक लिया। सुखपाल सिंह कहते है बस तब से बॉडी बिल्डिंग उनके जीवन का अहम हिस्सा बन गई, धीरे -धीरे इस दौर में वो मिस्टर बठिंडा, मालवा, पंजाब बनने के बाद अब नार्थ में हुई गेम में भी गोल्ड मैडल हासिल कर उत्तराखंड में होने जा रही नेशनल फैडरेशन कप के लिए चयनित हो गए। सुखपाल कहते है कि वो फिल्मों में जाने के शौकीन है और शहीद-ए-आजम फेम मशहूर फिल्म के डायरैक्टर बूटा सिंह शाहेद ने उनको ऑफर भी की है।

कैसे शुरू हुआ दौर: सुखपाल सिंह बताते है कि उनका जन्म १९६८ बठिंडा में हुआ। कराटे का शौक होने के कारण आर्मी के ए.शक्ति वैल से कराटे की ट्रेनिंग लेने लगे और तीन साल ट्रेनिंग लेने के बाद उन्होंने गोवा टेस्ट में ब्लैक बैल्ट हासिल कर बठिंडा के गुरू नानक देव पब्लिक हाई स्कूल में कराटे सिखाने लगे। उनकी प्रतिभा और जोश को देखते हुए बिना इंटरव्यू के ही उनको बठिंडा कैंट स्कूल के केवी-१,४ और ५ में कराटे की ट्रेनिंग देने के लिए कोच रख लिया। तीन साल की जर्बदस्त ट्रेनिंग दे उन्होंने तकरीबन २५० से अधिक खिलाडिय़ों को नेशनल प्रतियोगिता तक पहुंचाया व कई गोल्ड मैडलिस्ट बनाए। उनके सिखाने के अंदाज से प्रभावित खिलाड़ी उनके घर पर आने लगे और जिस कारण १९९५ में उन्होंने स्टेली मार्शल आर्ट के नाम से घर पर भी ट्रेनिंग देनी शुरू क र दी। २००१ में बॉडी बिल्डिंग के शौक ने उनको पहली बार मिस्टर बठिंडा बॉडी बिल्डिंग का खिताब दिलाया। उसी दौरान उन्होंने अपना ब्रूनी नाम पर जिम चलाना शुरू किया। सीनियर बॉडी बिल्डिंग स्टेट जांलधर में भी उनका प्रभाव अन्य बॉडी बिल्डरों से देखे न बना और जीत उनको को मिली। इसके मास्टर वेट में उन्होंने २००७ में तरनतारन में भाग लिया और दूसरा स्थान हासिल किया। एज ग्रुप होने के कारण ४३वीं उत्तराखंड २००८ नार्थ बीकानेर में उनकी हिम्मत और हौसलों ने उनको गोल्ड मैडल से नवाजा गया। इसके बाद २००८ लुधियाना में हुई शेरू कलासक मास्टर गुप्र बॉडी बिल्डिंग में उनका सैकेंड प्लेस रहा। साल २००९ में ओपन मिस्टर मालवा में सुखपाल सिंह का स्थान तीसरा रहा। इसी जीत के दौर वो आगे बढते गए और ३१वीं मिस्टर पंजाब में उनको फिर से पंजाब का सबसे बेहतर बॉडी बिल्डिर बना दिया, और जनवरी में होने वाले ४८वीं नेशनल फैडरेशन कप, उत्तराखंड में उनकी सलेंक्शन हो गई है।

कड़ी मेहनत से बनती है बॉडी: सुखपाल मानते है कि यदि बॉडी की को सही आकार देना है तो जरूरी रोजाना खाने वाला डाईट पर भी ध्यान दिया जाए। सुखपाल बताते है कि उनकी डायईट उनकी प्रसनेल्टी का असली राज है। वो रोज सुबह छह बजे उठ कर हाई प्रोटीन शेक लेकर दो घंटे लगातार कसरत करते है। उसके बाद एक घंटे बाद नौ बजे ब्रेकफास्ट करते है जिसमें वो १० उबले हुए अंडों का सफेद भाग मल्टीविटामिन व हॉटमील्स का सेवन करते है व साथ में विटामीन-सी की मात्रा १००० एमजी लेते है जो साधारण व्यक्ति के लिए ५०० एमजी काफी होती है।

दोपहर दो बजे चावल के उबला हुआ चिकन, दही व सलाद लेते है। इस दौरान वो घंटे बाद एक गिलास पानी का सेवन करते रहते है। शाम को छह बजे प्रोटिन शेक लेने के बाद सात बजे से नौ बजे तक कसरत करते है। नौ बजे रात्रि के भोजन में अमीनो ऐसिड, १० उबले अंडों का सफेद भाग, दाल, दो चपाती, सलाद व दही लेते है। एक घंटे के बाद पानी पी कर सो जाते है। सुखपाल बताते है कि उनका सारा खाना यूएसए मील से मंगवाते है। जिसकारण उनके माह के खाने की कीमत लगभग १५ हजार से २० हजार रुपए तक आ जाता है।

Tuesday, June 8, 2010

नौकरी जाने पर दी बॉस की सुपारी

निकोसिया. साइप्रस में एक महिला टेलीविजन पत्रकार को नौकरी से निकाले जाने पर वह कुछ इस तरह क्षुब्ध हुईं कि अपने बॉस को मारने के लिए हमलावरों को सुपारी दे डाली। 42 वर्षीय येलेना स्कोदेली ने अपने बॉस हैड्जिकोस्ट्स को मारने के लिए अपने भाई टासोस सहित तीन अन्य लोगों को तैयार किया था।

हैड्जिकोस्ट्स यहां के सिगमा टेलीविजन में मुख्य कार्यकारी अधिकारी थे। हैड्जिकोस्ट्स की 11 जनवरी को उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हमलावरों में से एक अब सरकारी गवाह बन गया है। उसने अदालत को बताया कि येलेना ने तीनों हमलावरों को 25,000 यूरो दिए थे और कहा था ‘मैं उस इंसान को मारना चाहती हूं’।

Saturday, June 5, 2010

शाहरुख़ की एक ख्वाहिश अधूरी रह गई

बॉलीवुड के सुपरस्टार शाहरुख़ खान यूं तो हमेशा क्लीन शेव लुक में नज़र आते हैं मगर उनका कहना है कि अपनी जवानी के दिनों में उन्हें घनी मूछें से बेहद लगाव था और वह चाहते थे कि उनकी भी मूछें हों। किंग खान ने इस बात का खुलासा ट्विटर पर करते हुए लिखा है कि जब वह छोटे थे तो उनकी तमन्ना थी कि वह भी बड़े होकर घनी मूछें रखें मगर ऐसा हो नहीं पाया।

उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें बेलबोटम पेंट्स पहनने का भी बहुत शौक था। किंग खान इन दिनों अपनी होम प्रोडक्शन फिल्म फिल्म रा.वन की शूटिंग में व्यस्त हैं मगर फिर भी वह अपने बच्चों के साथ वक़्त बिताना नहीं भूलते। शाहरुख़ ने कहा कि वह अपनी बेटी के साथ वाटर स्पोर्ट्स खेलना सीख रहे थे मगर नाकामयाब हो गए।

भारत विदेशी कॉलगर्ल का नया ठिकाना

नई दिल्ली. जिस्म बेचने का गोरखधंधा दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है। अब भारत भी विदेशी कॉलगर्ल का नया ठिकाना बनता जा रहा है। भारत में होने जा रहे कॉमनवेल्थ गेम्स को देखते हुए यहां धंधा और भी जोर पकड़ रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राष्ट्रमंडल खेलों को देखते हुए विदेशी कॉलगर्लस का भारत में आना शुरु हो गया है।

कारण कि इस दौरान विदेशों से आने वाले खिलाड़ियों पर्यटकों और अन्य खेल प्रेमियों को हर तरह की सुविधाएं मुहैया कराई जा सकें। विदेशों से आने वाली इन कॉलगर्लस की इंटरनेट के जरिए बुकिंग की जा रही है। रंग-रुप आदि के आधार पर बाकायदा प्रोफाइल तैयार की गई है। ताकि अपनी पसंद के मुताबिक जिस्म की मंडी में बोली लगाई जा सके।

ये विमान लगाता है साढ़े पांच घंटे में दुनिया का चक्कर

लंदन। कैलिफोर्निया में एक बी-52 विमान से छोड़े गए प्रायोगिक विमान (स्क्रेमजेट) ने अपनी पहली ही उड़ान में ध्वनी से छह गुना गति हासिल करने का रिकार्ड बनाया है। हालांकि यह प्रायोगिक विमान मात्र तीन मिनट के लिए ही उड़ा।

प्रयोग से खुश कैलिफोर्निया की एयर फोर्स रिसर्च लैबोरेटरी के प्रोग्राम मैनेजर चार्ली ब्रिंक ने कहा कि यह बहुत बड़ी सफलता है। इससे जेट टेक्नाोलॉजी उसी तरह बदल जाएगी जैसे दूसरे विश्वयुद्ध के बाद प्रोपेलर से चलने वाले विमानों की जगह जेट इंजन के विमानों ने ले ली थी। चार्ली ने कहा कि इस तकनीक की मदद से लंदन से सिडनी तक की उड़ान मात्र दो घंटों में पूरी की जा सकेगी।

मुलार्ड स्पेस साईंस लैबोरेटरी के डॉ. एंड्रिय कोट्स ने कहा कि इस विमान में यात्रा करना किसी साधारण जेट में यात्रा के बजाए राकेट में सवार होने जैसा होगा। यात्रियों को इस विमान में जीसूट पहनकर बैठना होगा जो शरीर पर होने वाले दुष्प्रभावों से बचाएगा क्योंकि इसकी गति सात हजार किमी प्रति घंटे से ज्यादा होगी।

स्क्रेमजेट विमान का विकास अभी प्राथमिक दौर में है। ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने इसके डिजाइन पर काम किया है पर इसकी व्यावसायिक उड़ान दस साल बाद 2020 में ही संभव हो पाएगी। क्रानफील्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जन फील्डिंग ने कहा कि स्क्रेमजेट की व्यावसायिक उड़ानों के संभव हो पाने में खर्च सबसे बड़ा अड़ंगा है।

क्या है स्क्रेमजेट

स्क्रेमजेट सुपर सोनिक गति से इंजन के अंदर आ रही आक्सीजन के हाइड्रोजन के साथ जलने पर चलता है। साधारण जेट इंजिन में गोल घूमते ब्लेड वातावरण से ऑक्सीजन को इंजन के अंदर खींच कर व्हाइट पेट्रोल को जलाते हैं, जिससे एरोप्लेन उड़ता है। स्क्रेमजेट और जेट के बीच का इंजन होता है रैमजेट जो कि वायु की गति से कम गति पर हवा को खींच कर ईंधन को जलाता है।

क्या है स्क्रेम जेट का उपयोग

स्क्रेमजेट का प्रयोग सफल रहने और इस तकनी के व्यवहारिक बन जाने पर उपग्रहों की लांचिंग का खर्च काफी कम हो जाएगा। क्योंकि राकेटों में ईंधन के साथ तरल ऑक्सीजन नहीं भरनी पड़ेगी। गौरतलब है कि अपनी हर उड़ान के दौरान अमेरिकी स्पेस शटल करीब साढ़े चार लाख किलो तरल ऑक्सीजन ले जाते हैं।

स्वाइन फ्लू पर डब्ल्यूएचओ कठघरे में

नई दिल्ली. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा स्वाइन फ्लू को महामारी घोषित करने और इसकी दवा को भंडारित करने की सलाह के पीछे दवा कंपनियों के हित जुड़े थे। इस वजह से विभिन्न देशों के अरबों रुपए बर्बाद हो गए। यह दावा एक ताजा रिपोर्ट में किया गया है। हालांकि डब्ल्यूएचओ ने इस आरोप को नकारते हुए कहा कि स्वाइन फ्लू पर लिया गया निर्णय किसी भी दवा कंपनी से प्रभावित नहीं था।

रिपोर्ट के मुताबिक, डब्ल्यूएचओ ने जिन वैज्ञानिकों के कहने पर स्वाइन फ्लू जैसी बीमारी को महामारी घोषित कर विभिन्न देशों को इसकी दवाओं का भंडार करने की सलाह दी थी वे सभी उन दवा कंपनियों से पैसे लेकर काम कर रहे थे, जो स्वाइन फ्लू की दवा बनाती हैं। यह बात शोध पत्रिका ब्रिटिश मेडिकल जर्नल (बीएमजे) और लंदन स्थित खोजी पत्रकारों के संगठन द ब्यूरो ऑफ इनवेस्टिगेटिव जर्निलिज्म की छानबीन के बाद तैयार रिपोर्ट में कही गई है।

45 अरब की बिक्री :

एक आंकड़े के मुताबिक स्वाइन फ्लू की दवा टेमीफ्लू का भंडार करने की डब्ल्यूएचओ की सलाह के बाद पिछले साल इसकी बिक्री एक अरब डॉलर (करीब 45 अरब रुपए) से भी अधिक हो गई थी। अकेले भारत ने करीब दो करोड़ टेमीफ्लू के कैप्सूल जमा कर रखे हैं, जिसकी अनुमानित कीमत करीब 160 करोड़ रुपए है।

बीएमजे के ताजा अंक में छपी इस रिपोर्ट के अनुसार, 2004 में डब्ल्यूएचओ ने एच1एन1 यानि स्वाइन फ्लू की दवा को भंडारित करने के दिशानिर्देश दिए थे। इसमें कहा गया था कि देशों को फ्लू की दवा को तत्काल जमा करना शुरू कर देना चाहिए क्योंकि इनकी आपूर्ति काफी कम है। डब्ल्यूएचओ ने ये दिशानिर्देश इनफ्लूएंजा के उस विशेषज्ञ से तैयार कराए थे, जिसे स्वाइन फ्लू की दवा टेमीफ्लू (ओसेल्टामिविर) बनाने वाली कंपनी रोश और रिलेंजा (जानामिविर) बनाने वाली कंपनी जीएसके से राशि मिली थी। इस विशेषज्ञ को इन कंपनियों ने यह राशि इन दवाओं पर लेक्चर देने और सलाहकार सेवाएं देने के बदले दिए थे। रोश स्विट्जरलैंड की कंपनी है, जबकि जीएसके इंग्लैंड की। इसके अलावा रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि दो और वैज्ञानिक जिन्होंने 2004 में जारी डब्ल्यूएचओ के दिशार्निदेश के अनुछेद तैयार किए थे, वे भी रोश से कुछ समय पहले तक वित्तीय रूप से जुड़े हुए थे।

सदस्यों के नाम का खुलासा नहीं : रिपोर्ट में बताया गया कि डब्ल्यूएचओ ने एच1एन1 को महामारी घोषित करने के लिए जिस आपातकालीन समिति का हवाला दिया था, उसके 16 सदस्यों का नाम सार्वजनिक नहीं किया गया है। डब्ल्यूएचओ की महा निदेशक मारर्गेट चान ने इसी समिति के कहने पर स्वाइन फ्लू को महामारी घोषित किया था। सिर्फ डब्ल्यूएचओ के अधिकारियों को इस समिति के सदस्यों के नाम मालूम हैं और इन सदस्यों का दवा कंपनियों के साथ क्या रिश्ता है अभी पता नहीं चल पाया है। रिपोर्ट में दावा किया गया कि इन 16 सदस्यों में से एक ने 2009 में जीएसके से राशि ली थी।

‘यह रिपोर्ट पूरी तरह सही नहीं हो सकती, क्योंकि स्वाइन फ्लू एक बड़ी बीमारी थी, जिससे बड़ी संख्या में मौतें हरुई। हमारे यहां लोगों की जागरूकता और सरकार के प्रयासों के चलते समय रहते इस पर नियंत्रण पा लिया गया।’ - विश्वमोहन कटोच, निदेशक, आईसीएमआर (इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च)

चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड की साइट पर पाकिस्तानी झंडा

चंडीगढ़. अभी तक शहर के जानेमाने लोगों की मेल आईडी हैक करने के वाकये ही सामने आते थे। अब सरकारी महकमों की वेबसाइट भी हैकरों के निशाने पर है। हैकरों ने चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड की वेबसाइट को हैक कर लिया है। इस वेबसाइट पर अब पाकिस्तान का झंडा फहरा रहा है और गालियां लिखी हैं।

इतना ही नहीं हैकर ने साइट हैक करने का ऐलान करते हुए साइट विजिट करने वालों से डाटा उपलब्ध न होने पर खेद भी जताया है। शनिवार को हाउसिंग बोर्ड की वेबसाइट विजिट करने वालों को उस समय हैरानी हुई होम पेज पर पाकिस्तान का झंडा नजर आया। झंडे के ठीक नीचे साइट को हैक करने का ऐलान था। हैकर ने हाउसिंग बोर्ड के प्रोफाइल पर दो बिच्छू बनाकर छोड़ दिए हैं।

हाउसिंग बोर्ड द्वारा साइट पर दी गई प्रोजेक्ट, टेंडर, मकानों के आवेदन की प्रक्रिया से संबंधित जानकारी गायब है। यहां क्लिक करने पर लिख कर आ रहा है- ‘नो डाटा अवेलेबल’। विशेषज्ञों का कहना है कि साइट को दुरुस्त करने में कम से कम एक दिन और लगेगा।चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड के चेयरमैन मोहनजीत सिंह ने बताया कि उन्हें शनिवार को ही इस संबंध में पता चला। हाउसिंग बोर्ड ने चंडीगढ़ पुलिस के क्राइम ब्रांच को शिकायत दी है।

मजबूत सिक्योरिटी सिस्टम की जरूरत

पेक यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी में कंप्यूटर सेंटर के डायरेक्टर डॉ. संजय बातिश कहते हैं कि हैकर हर वक्त कोई न कोई एप्लीकेशन रन करते रहते हैं और कोई भी पासवर्ड मिलने पर वेबसाइट में जाकर वेब स्ट्रिपिंग कर लेते हैं। अगर सिक्योरिटी सिस्टम मजबूत हो तो इससे बचा जा सकता है।

ऐसे बचें हैकिंग से

डॉ. संजय बातिश के मुताबिक बड़ी कंपनियां और सरकारी ऑफिस हमेशा पैरलल मिरर टाइप साइट बनाकर रखते हैं, ताकि साइट हैक होने या तकनीकी खराबी आने की सूरत में मिरर टाइप साइट के जरिए फौरन काम शुरू हो सके। यह एहतियात जरूर बरतनी चाहिए। वेबसाइट के सर्वर जोन में अच्छे फायरवॉल यूज करने चाहिए। इसके बाद जोन क्रिएट करने चाहिए जहां मेन आईपी एड्रेस के साथ ही दूसरे आईपी एड्रेस डाल दिए जाते हैं। इससे हैकर को मेन आईपी एड्रेस नहीं मिलेगा।

श्रीश्री पर नहीं,'कुत्तों' पर चलाई थी गोली

बेंगलुरु. आर्ट ऑफ लिंविंग के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर पर हुए फायरिंग मामले में आज पुलिस ने एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। संदिग्ध के पास से एक लायसेंसी बंदूक भी बरामद किया है।

पुलिस की पूछताछ में पकड़े गए व्यक्ति महादेव प्रसाद ने बताया कि श्रीश्री रविशंकर के आश्रम के सामने उसका एक फॉर्म हाउस है और महादेव ने कुत्तों को भगाने के लिए दो राउंड गोलियां चलाई थी, लेकिन गलती से यह गोली श्रीश्री एक भक्त को जा लगी। पूछताछ के बाद पुलिस ने महादेव को छोड़ दिया है।

कर्नाटक के डीआईजी ने बताया कि रविशंकर पर हुए फायरिंग केस को अब सुलझा लिया गया है। यह पूरी तरह से अब साफ हो गया है कि रविशंकर पर फायरिंग किसी दुश्मनी की वजह से नहीं बल्कि गलती से चली थी। महादेव का मकसद कुत्तों को भगाना था न की श्रीश्री पर हमला करना। गौरतलब है कि 30 मई को बेंगलूरु से 30 से 40 किमी दूर स्थित आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर के काफिले पर एक अज्ञात बंदूकधारी ने हमला कर दिया था जिसमें रविशंकर का एक शिष्य घायल हुआ था।

ज्यादा सेक्स है मेरी जवानी का राज

न्यूयार्क. हॉलीवुड एक्ट्रेस केमरून डियाज की जवानी का राज ज्यादा सेक्स करना है। केमरून खुद इस बात को स्वीकार करती हैं। उनका कहना है कि जवान दिखने के लिए सेक्स करना जरूरी है। वह कहती हैं कि मैं इतनी जवान और हॉट इसलिए दिखती हूँ क्योंकि मैं ज्यादा से ज्यादा सेक्स करती हूं।

37 साल की डियाज ने एक फैशन पत्रिका को दिए साक्षात्कार में बताया कि वह एक्सरसाइज करती हैं, हैल्दी डाइट लेती हैं, खूब पानी पीती हैं और खूब हंसती हैं लेकिन जवान रहने के लिए इतना नाकाफी है। इसलिए वह ज्यादा से ज्यादा सेक्स करती हैं। यह मनुष्य की जरूरत है और हमें पर्याप्त सेक्स करना चाहिए।

डियाज कहती हैं कि वह और अधिक सुंदर दिखने के लिए सर्जरी भी करवा सकती हैं वैसे फिलहाल उनका ऐसा कुछ करने का इरादा नहीं है। दरअसल इस हॉट बाला का बॉस्केटबाल खिलाड़ी एलेक्स राड्ररीग्यूज से अफेयर होने की अफवाहें जोरों पर हैं।

राज्यसभा चुनाव: BJP की सूची से महिलाएं बाहर

नई दिल्ली/लखनऊ. भाजपा ने राज्यसभा चुनाव के लिए एक भी महिला उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया है। यह बात और है कि यह पार्टी महिला आरक्षण बिल की पुरजोर समर्थक रही है। दूसरी तरफ कांग्रेस ने अंबिका सोनी और मोहसिना किदवई को पुन: राज्यसभा के लिए उम्मीदवार बनाया है।

भाजपा ने एक ओर जहां नजमा हेपतुल्ला और हेमा मालिनी को दोबारा टिकट नहीं दिया है, वहीं स्मृति ईरानी व शोभा करंदलाजे जैसे नए चेहरे भी सूची में शामिल नहीं हो सके। पार्टी से टिकट पाने वाले चार उम्मीदवारों में पत्रकार चंदन मित्रा तथा पार्टी प्रवक्ता तरुण विजय शामिल हैं। मित्रा मध्यप्रदेश से जबकि तरुण उत्तराखंड से चुनाव लड़ेंगे। इनके अतिरिक्त अनिल माधव दवे को मध्यप्रदेश से जबकि वीपी सिंह को राजस्थान से टिकट मिला है।

प्रख्यात वकील राम जेठमलानी मध्यप्रदेश से भाजपा का टिकट पाने में सफल नहीं हुए हैं। अब पार्टी उन्हें राजस्थान से बतौर भाजपा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार मैदान में उतारने की तैयारी में है। इस बीच वरिष्ठ भाजपा नेता राजीव प्रताप रूडी ने 7 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए पटना में पर्चा भरा है।

कांग्रेस: केंद्रीय मंत्री अंबिका सोनी को पंजाब से और आल इंडिया कांग्रेस कमेटी की महासचिव मोहसिना किदवई को पुन: छत्तीसगढ़ से कांग्रेस ने टिकट दिया है। छत्तीसगढ़ के कोटे से किदवई के अलावा विद्याचरण शुक्ल और पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी का नाम भी सूची में शुमार था, लेकिन आलाकमान ने गांधी परिवार की विश्वस्त किदवई के नाम पर मुहर लगाई। इनके अतिरिक्त विजय दरडा व अविनाश पांडेय (महाराष्ट्र), धीरज प्रसाद साहू (झारखंड) तथा ईएमएस नचियप्पन (तमिलनाडु) को भी टिकट दिया गया है।

बसपा: उत्तरप्रदेश में सत्तारूढ़ बसपा के सात उम्मीदवारों ने शुक्रवार को नामांकन पत्र भरे। इसके साथ ही चुनावी मैदान में उतरे उम्मीदवारों की संख्या 11 हो गई है।

रमेश ने भरा पर्चा: आंध्रप्रदेश में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश समेत सत्तारूढ़ कांग्रेस के चार तथा मुख्य विपक्षी दल टीडीपी के दो उम्मीदवारों का निर्विरोध निर्वाचन तय है। इन उम्मीदवारों ने नामांकन के आखिरी दिन शुक्रवार को पर्चा भरा।

इस बार सस्ती होगी हज यात्रा

भोपाल. राजधानी के राजा भोज विमानतल से हजयात्रियों को जेद्दा तक सीधी उड़ान मिलने से पैसे और समय दोनों की बचत होगी। औसतन एक यात्री को चार से छह हजार रुपए तक की बचत होने का अनुमान हैा।


इस साल भोपाल जिले से 272 तथा पूरे प्रदेश से करीब 3400 लोग पवित्र मक्का जाएंगे। राज्य सरकार समेत राजनीतिक दलों, राज्य हज कमेटी और जन संगठन लंबे समय से हजयात्रियों के लिए भोपाल से जेद्दा तक सीधी उड़ान की मांग करते आ रहे थे। यह मांग पूरी हो जाने से अब हजयात्रियों को फ्लाइट के लिए दीगर शहरों तक जाने की परेशानी नहीं उठाना पड़ेगी।


अब तक हजयात्री इंदौर, नागपुर, मुंबई से हवाई जहाज से जेद्दा जाते थे। इन शहरों तक जाने में उन्हें चार से छह हजार रुपए अधिक खर्च करना पड़ते थे।


यह खर्च विमान या ट्रेन के टिकट, होटल एवं अन्य परिवहन सेवाओं समेत खान-पान पर आता था। ऑल इंडिया मुस्लिम त्यौहार कमेटी के अध्यक्ष डॉ. औसाफ शाहमीरी खुर्रम के अनुसार भोपाल से मुंबई तक हवाई जहाज का सामान्य किराया ही साढ़े तीन हजार रुपए है।


हजयात्रियों को मुंबई तक छोड़ने उनके रिश्तेदार व मित्र जाते थे, उनका किराया अलग से वहन करना पड़ता था। अब इसकी बचत होगी। मालूम हो कि केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुरेश पचौरी को एक पत्र में बताया था कि हज यात्रियों को जद्दा तक सीधी उड़ान का लाभ मिलेगा।

विदेशियों के नाम से डरती हैं जीबी रोड की महिलाएं

womenनई दिल्ली. दिल्ली में कुछ ही महीने बाद कॉमनवेल्थ गेम्स होने वाले हैं। इस दौरान हजारों विदेशी मेहमान दिल्ली आएंगे। सरकार इन मेहमानों की खातिर-तव्वजो में अभी से जुटी है।


दिल्ली का एक इलाका ऐसा भी है, जो इन विदेशी मेहमानों के नाम से ही सहमा हुआ है और डर की वजह है एचआईवी एड्स। दिल्ली के रेड लाइट एरिया जीबी रोड में रहने वाली सैकड़ों महिलाएं नहीं चाहतीं कि कोई विदेशी उनकी चौखट पर आए। जीबी रोड की असिमा बानो के मुताबिक भारत आने से पहले विदेशियों की एचआईवी जांच करवाई जाए। जो इस जांच में पास हों, केवल उसे ही भारत का वीजा देना चाहिए।


विदेशियों से यह डर किसी एक का नहीं है। यही कारण है कि जीबी रोड की महिलाओं के लिए काम करने वाले संगठन पतिता उद्धार संघ ने इस बाबत विदेश मंत्री व स्वास्थ्य मंत्री से मदद की गुहार लगाई है। संगठन के अध्यक्ष खैरातीलाल भोला के मुताबिक उन्होंने जीबी रोड में रहने वाली महिलाओं की ओर से 18 अप्रैल को विदेश मंत्री एसएम कृष्णा को एक पत्र लिखा है। जिसमें मांग की गई है कि बिना एचआईवी जांच के किसी विदेशी को भारत का वीजा न दिया जाए। इस मामले में संस्था स्वास्थ्य मंत्रालय की भी मदद ले रही है।


भोला के मुताबिक 1984 में हुए एशियाई खेलों के दौरान बड़ी संख्या में विदेशी भारत आए थे । यही वह अवसर था, जब विदेशी नागरिकों से कई दिल्लीवालों में एचआईवी का संक्रमण फैलना शुरू हुआ। एशियाई खेलों में मिला यह दर्द जीबी रोड के अधिकांश कोठों की महिलाएं अभी तक नहीं भूली हैं। यहां रहने वाली नीरूजी का कहना है एशियाई खेलों के समय ज्यादातर महिलाओं को सुरक्षित यौन संबंधों की जानकारी भी नहीं थी, जिससे कई युवतियां इस बीमारी से ग्रस्त हुई और बाद में उनकी मृत्यु हो गई। अब जब एक बार फिर बड़े पैमाने पर विदेशी भारत आने को हैं तो जीबी रोड में रहने वाली महिलाएं इससे डरी सहमी हुई हैं। उन्हें डर सता रहा है कि खेलों का यह जश्न कहीं उनके लिए मातम न बन जाए।


जीबी रोड में कुल कोठे 116
देह व्यापार में लिप्त महिलाएं 4500
विभिन्न प्रकार के रोगों से ग्रस्त महिलाएं 30 फीसदी, इनमें त्वचा, शुगर व शारीरिक कमजोरी की रोगी सबसे अधिक हैं।


इमारतों की संख्या जिनमें कोठे चलते हैं 50

हत्या का आरोप, मंत्रीजी इस्तीफा देकर फरार

पणजी. गोवा के पर्यटन मंत्री फ्रांसिस्को पाचेको ने एक महिला मित्र की हत्या में शामिल होने के आरोपों के चलते मंत्रिमंडल से आज इस्तीफा देना पड़ा। सबसे बड़ी बात पाचेको इस्तीफा देकर रफूचक्कर हो गए हैं लेकिन पुलिस उनके पीछे हाथ धोकर पड़ गई है।

पाचेको ने शनिवार दोपहर सीएम ऑफिस में अपना इस्तीफा फैक्स कर दिया था हालांकि शुक्रवार को इस हत्या के मामले में क्राइम ब्रांच पाचेको से पूछताछ कर चुकी थी। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता पाचेको ने अपने पत्र में कहा है कि वह नादिया टोराडो हत्या में अपने खिलाफ लगे आरोपों के कारण इस्तीफा दिया है।

गौरतलब है कि पिछले शनिवार को पाचेको की करीबी मित्र 28 वर्षीय नादिया की चेन्नई में कथित रूप से जहरीली दवाई खाने से मौत हो गई थी। नादिया को आत्महत्या के लिए उकसाने के लिए अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

जेहाद नहीं रिश्वत ने कराई हत्या!

Nicolas पेरिस. अलकायदा ने फ्रांस के 11 इंजीनियरों की हत्या पश्चिम से घृणा के चलते नहीं बल्कि फ्रांस द्वारा रिश्वत का पूरा पैसा न देने की नाराजगी में की थी। मामले के तार सीधे फ्रांस के राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी से जुड़ रहे हैं और उनके इस्तीफे की मांग भी उठ रही है। यह मांग कर रहे हैं हादसे में मारे गए इंजीनियरों के परिजन और उनका वकील।

2002 में पाकिस्तान में फ्रांस के 11 नेवल इंजीनियर्स की हत्या अलकायदा द्वारा आतंकी हमले में कर दी गई थी। अभी तक तो यही माना जा रहा था कि यह हमला पश्चिम के खिलाफ अलकायदा के जेहाद का अंग था। लेकिन एक जांच के नतीजे इशारा करते हैं कि यह हादसा दरअसल फ्रांस की राजनीति से जुड़ा है। यहीं पर सरकोजी फंसते नजर आते हैं।

जांच रिपोर्ट के अनुसार, बात सीधे वहां से शुरू होती है जब सरकोजी फ्रांस के बजट मंत्री थे। तत्कालीन प्रधानमंत्री एडवर्ड बेलादुर को राष्ट्रपति का चुनाव लड़ना था और चुनाव अभियान के लिए आर्थिक प्रबंध सरकोजी को करना था।

इसके लिए उन्होंने लक्जेमबर्ग में ‘हेन्स’ नामक कंपनी खोली। इसका काम फ्रांस की नेवल डिफेंस कंपनी द्वारा विदेश में हथियारों की बिक्री के सौदों में मध्यस्थता करने वालों को रिश्वत देना था। सौदा हो जाता तो हेन्स का तगड़ा कमीशन भी बन जाता।

फ्रांस में उस समय मध्यस्थों को रिश्वत देना तो कानूनी था, लेकिन उसमें भी कमीशन खोरी नहीं।

माना जाता है कि 950 मिलियन डॉलर ( लगभग 4430 करोड़ रुपए) के पनडुब्बी सौदे में पाकिस्तान के नेताओं और सैन्य अफसरों को 80 मिलियन डॉलर (लगभग 370 करोड़ रुपए) की रिश्वत दी गई थी।
17.5 मिलियन डॉलर (लगभग 80 करोड़ रुपए) कमीशन के रूप में वापस फ्रांस आए। इसमें से काफी पैसे का उपयोग बेलादुर ने अपने चुनाव अभियान में किया, हालांकि वे जैक शिराक से हार गए।

शिराक ने राष्ट्रपति बनते ही रिश्वत और कमीशन का यह खेल बंद करवा दिया। अचानक ही यह बंद होने तक 85 प्रतिशत रिश्वत ही पाकिस्तान पहुंच पाई थी। शेष 15 प्रतिशत फिर दी ही नहीं गई। इसका गुस्सा उन 11 इंजीनियर की हत्या कर उतारा गया जो पनडुब्बी सौदे के कारण ही पाकिस्तान गए थे।

मॉरिस के अनुसार लक्जेमबर्ग पुलिस सरकोजी द्वारा हेन्स कंपनी शुरू करने की वजह और तरीके की जड़ तक पहुंच गई थी।

भारतीय डाक्टर पर यौन दुराचार के 18 आरोप

लंदन. ब्रिटेन की नेशनल हेल्थ सर्विस (एनएचएस) में अस्थायी तौर पर काम करने वाले भारतीय डाक्टर येनुगुला श्रीनिवास (40) पर यौन अपराध के 18 आरोप लगाए गए हैं। डाक्टर पर आरोप है कि उसने आक्सफोर्डशायर में आपरेशन के दौरान कई महिला मरीजों से छेड़खानी की।

श्रीनिवास ने मद्रास विश्वविद्यालय से वर्ष 1992 में मेडिकल की डिग्री हासिल की थी। थामस वैली पुलिस ने उसे फिलहाल जमानत पर रिहा कर दिया है। वह 11 जून को आक्सफोर्ड मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश होगा।

श्रीनिवास पर फरवरी 2008 से जुलाई 2009 के बीच जिन महिलाओं से यौन अपराध करने के आरोप लगाए गए हैं, उनकी उम्र 20 से 40 साल के बीच है। आरोपों के अनुसार, डाक्टर श्रीनिवास ने इस्लिप, सेंट क्लेमेंट्स और हेडिंगटन में आपरेशन के दौरान महिला मरीजों के यौनांगों से छेड़खानी की।

एनएचएस के एक प्रवक्ता ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि डाक्टर श्रीनिवास आपराधिक आरोपों का सामना कर रहा है। थामस वैली पुलिस इन आरोपों की जांच कर रही है।

ब्रिटेन नहीं लौटाएगा हमारा कोहिनूर

Kohinoor लंदन. ब्रिटेन ने एक बार फिर भारत की उस मांग को ठुकरा दिया है जिसमें उससे कीमती कोहिनूर हीरा और सुल्तानगंज बुद्ध मूर्ति लौटाने की बात कही गई थी। ब्रिटिश शासन के दौरान इन कीमती वस्तुओं को चुरा लिया गया था।

बहरहाल, ब्रिटेन ने उस कानून का हवाला दिया है जिसके तहत इन चीजों को भारत को नहीं लौटाया जा सकता। फॉरेन एंड कॉमनवेल्थ ऑफिस ने कहा है कि ब्रिटिश म्यूजियम एक्ट 1963 के तहत हमारे नैशनल म्यूजियम को इन ऐतिहासिक और कीमती वस्तुओं को हटाने की अनुमति नहीं है। साथ ही यह भी स्पष्ट किया है कि ब्रिटिश सरकार की इस कानून में संशोधन करने की कोई योजना नहीं है।

गौरतलब है कि आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (एएसआई) के डायरेक्टर-जनरल गौतम सेनगुप्ता ने यह अपील की थी। इसी के जवाब में फॉरेन एंड कॉमनवेल्थ ऑफिस का यह बयान आया है। इन वस्तुओं को फिर से हासिल करने के लिए एएसआई यूनेस्को और अन्य देशों की मदद से एक कैंपेन शुरू करने की योजना बना रहा है।

इन बेशकीमती भारतीय वस्तुओं में सुल्तानगंज के बुद्ध की प्रतिमा, अमरावती रेलिंग्स, धार की भोजशाला से ले जाई गई सरस्वती की प्रतिमा भी शामिल है।

चार करोड़ साल पुरानी है ये नदी

Yangtze Riverलंदन। एक नए अध्ययन में खुलासा किया गया है कि दुनिया की तीसरी सबसे लंबी नदी चीन की ‘यांगत्जे’ चार करोड़ साल पुरानी है । ब्रिटेन की डरहम यूनिवर्सिटी की अगुवाई वाले एक दल ने अध्ययन में पाया है कि यांगत्जे नदी ने साढ़े चार करोड़ साल पहले तीन खाइयों को काटना शुरू किया ।


तीनों खाइयों के उद्गम ने दिखाया कि यांगत्जे नदी छोटी-छोटी जलधाराओं के रूप में पैदा हुई जो मध्य चीन के कम उंचाई वाले पर्वतों के बाहर पूरब और पश्चिम, दोनों दिशाओं में बहती हो । यांगत्जे नदी के बारे में यह नया खुलासा ‘जियोलॉजी’ जर्नल में प्रकाशित हुआ है । नए अध्ययन से पता चलता है कि शोधकर्ताओं की ओर से पहले किए गए विश्लेषण के मुताबिक तीन खाइयों के अवसाद महज 10 से 20 लाख साल पुराने हैं ।


अध्ययन दल की अगुवाई करने वाले एलेक्जेंडर डेंसमोर ने कहा यांग्त्जे नदी उससे कहीं ज्यादा पुरानी है जितना उसके बारे में अब तक कहा जाता रहा है । यह नदी काफी लंबा समय लेकर धीरे-धीरे अपने मौजूदा स्वरूप में आयी है ।

हुडा ने बढ़ाए रिहायशी प्लॉटों के दाम

पंचकूला. हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (हुडा) ने बचे हुए रिहायशी प्लॉटों के दाम बढ़ा दिए हैं। मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, जोकि हुडा के चेयरमैन भी हैं, की अनुमति से प्लॉटों के दाम उनकी लोकेशन और डिमांड के आधार पर बढ़ाए गए हैं।


चालू वित्त वर्ष के एवज में जो नए रेट तय किए गए, उसमें पंचकूला, फरीदाबाद और गुड़गांव में बाकी शहरों की तुलना में दाम कुछ महंगे होंगे। वजह यह है कि ये तीनों शहर हुडा के हिसाब से ‘हाई पोटेंशियल जोन’ में हैं। प्लॉटों के दाम मौटे तौर पर 300 से लेकर 1600 रुपए प्रति वर्ग मीटर बढ़ाए गए हैं।


अंबाला, अंबाला कैंट, गुहला-चीका, जगाधरी, नारायणगढ़, कुरुक्षेत्र, कैथल, पुंडरी, बहादुरगढ़, पानीपत, रोहतक, सोनीपत सहित अन्य शहरों में बचे हुए रिहायशी प्लॉटों के दाम प्लॉटों की लोकेशन व डिमांड को ध्यान में रखते हुए बढ़ाए गए हैं। प्लॉट महंगे होने से इस साल में विभिन्न अर्बन इस्टेट्स में ऑफर किए जाने वाले 14 हजार प्लॉटों से हुडा के खजाने को करोड़ों रुपए का अतिरिक्त राजस्व मिलेगा और अलॉटियों की खासी जेब ढीली होगी। फरीदाबाद के सेक्टर-2 में जिन प्लॉटों का रेट पिछले साल 9 हजार रुपए प्रति वर्ग मीटर था, अब उन्हीं का दाम 10 हजार 58 रुपए तय किया गया है।


यानी 10 मरले (250 गज) प्लॉट की सरकारी कीमत अब 2 लाख 64 हजार 500 रुपए ज्यादा रहेगी। गुड़गांव के सेक्टर-1 व 2 में जिन प्लॉट का रेट पिछले साल 13 हजार 600 रुपए प्रति वर्ग मीटर था, अब वही प्लॉट हुडा 15 हजार रुपए के हिसाब से बेचेगा। यानी 10 मरले के प्लॉट की सरकारी कीमत अब 3.5 लाख रुपए ज्यादा वसूली जाएगी।


पंचकूला के मनसा देवी कॉम्प्लेक्स के सेक्टर-2 व 6 में जिन प्लॉटों का रेट पिछले साल 9400 रुपए प्रति वर्ग मीटर तय था, अब 10 हजार 300 रुपए के हिसाब से बेचे जाएंगे। 10 मरले के प्लॉट के लिए हुडा के खजाने को 2.25 लाख रुपए ज्यादा मिलेंगे। सेक्टर-11, 12, 12ए, 15 और 17 में हुडा के प्लॉट 10 हजार 700 रुपए प्रति वर्ग मीटर की दर से ऑफर होंगे, जबकि पिछले साल का रेट 9 हजार 700 रुपए तय था। इसी तरह अलग-अलग शहरों में प्लॉट डिमांड व लोकेशन को देखते हुए महंगे किए गए हैं।

प्रॉपर्टी रजिस्ट्री हुई महंगी

चंडीगढ़. चंडीगढ़ प्रशासन ने शुक्रवार को नए कलेक्टर रेट की घोषणा करते हुए प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री में 60 फीसदी बढ़ोतरी कर दी। कलेक्टर रेट तीन वर्ष बाद बढ़ाए गए हैं। सिर्फ ग्रामीण क्षेत्रों को इसमें कुछ राहत दी गई है। नए कलेक्टर रेट सोमवार से लागू हो जाएंगे। इन्हीं के हिसाब से रजिस्ट्री कराते समय स्टांप ड्यूटी देनी होगी। इससे पहले मई 2007 में कलेक्टर रेट में इजाफा किया गया था।

कलेक्टर रेट बढ़ाने के लिए एडिशनल डिप्टी कमिश्नर कैप्टन पीएस शेरगिल की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया गया था। कमेटी के अन्य सदस्यों में असिस्टेंट इस्टेट अफसर हरगुंजीत कौर, तहसीलदार (रेवेन्यू) एचआर नागरा और ट्रेजरी अफसर राजीव तिवारी शामिल थे। कमेटी के कलेक्टर रेट बढ़ाने के प्रस्ताव को वरिष्ठ अफसरों ने मंजूरी प्रदान कर दी है।

डिप्टी कमिश्नर कम डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर बृजेंद्र सिंह के मुताबिक कमेटी ने प्रस्ताव में इस्टेट ऑफिस की वर्ष 2007, 2008, 2009 में की गई प्रॉपर्टी की नीलामी और शहर में प्रापर्टी के खरीद—फरोख्त के ट्रेंड को देखते हुए 20 फीसदी प्रति वर्ष के हिसाब से कलेक्टर रेट बढ़ाने की सिफारिश की थी। प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है।

बलविंदर सिंह भूंदड़ का राज्यसभा में जाने का रास्ता साफ

चंडीगढ़. लोकसभा के पूर्व डिप्टी स्पीकर चरणजीत सिंह अटवाल इस बार राज्य सभा के माध्यम से संसद में नहीं जा सके। पार्टी ने अपने महासचिव बलविंदर सिंह भूंदड़ का राज्यसभा में जाने का रास्ता साफ कर दिया है। सरदूलगढ़ से विधानसभा चुनाव हारने वाले बलविंदर भूंदड़ के नाम पर पार्टी के सरपरस्त प्रकाश सिंह बादल ने मुहर लगा दी है।

राज मोहिंदर सिंह मजीठिया की खाली हो रही सीट को लेकर शुक्रवार को कोर कमेटी की मीटिंग हुई। कोर कमेटी नेताओं ने उम्मीदवार का चयन करने का अधिकार पार्टी सरपरस्त प्रकाश सिंह बादल को सौंप दिए थे। शुक्रवार शाम को मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने उनके नाम को हरी

झंडी दे दी। हालांकि दो महीने पहले खाली हुई तीन सीटों में से अकाली दल के हिस्से में आई सीट पार्टी के महासचिव सुखदेव सिंह ढींढसा को दी गई थी, जो जट्ट सिख हैं। पार्टी नेता चाहते थे कि अब राज मोहिंदर सिंह मजीठिया की खाली होने वाली सीट किसी दलित को दी जाए। कोर कमेटी की मीटिंग में गुरदेव सिंह बादल ने भी यह मुद्दा जोरदार ढंग से उठाया और कहा कि किसी दलित को यह सीट दी जाए।


लेकिन गुरदेव बादल की दलील पर बलविंदर भूंदड़ की बादल परिवार के साथ लायलटी भारी पड़ गई। भूंदड़ पहले भी राज्यसभा के सदस्य रह चुके हैं। उधर केंद्रीय मंत्री अंबिका सोनी की भी सीट जुलाई मंे खाली होनी है लेकिन पार्टी ने उन्हें ही दुबारा सीट देने का फैसला कर लिया है। उनके कल चंडीगढ़ पहुंचने की संभावना है।

सात को होंगे नामांकन

राज्यसभा की इन दोनों सीटों के लिए नामांकन भरने की अंतिम तारीख सात जून है। जबकि नामांकनों की जांच 8 जून को होगी। 10 जून तक नामांकन वापस लिए जा सकेंगे। और यदि जरूरत हुई तो 17 जून को मत डाले जाएगें। चुनावों की समूची प्रक्रिया 19 जून तक सम्पूर्ण हो जाएगी।

Friday, June 4, 2010

PUNJ NEWS

ईरान को उम्मीद है कि रूस परमाणु ईंधन सम्बन्धी ईरान,तुर्की और ब्राज़ील के बीच हुए समझौते का समर्थन करेगा ।

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ईरान को उम्मीद है कि रूस परमाणु ईंधन के आदान-प्रदान सम्बन्धी ईरान,तुर्की और ब्राज़ील के बीच हुए समझौते का समर्थन करेगा । यह बात ईरान के राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद ने देश के मंत्रिमंडल की एक बैठक के बाद कही। ईरानी राष्ट्रपति ने ज़ोर देकर कहा कि ईरान और रूस दो पड़ोसी देश हैं जिनके बीच घनिष्ठ ऐतिहासिक और दोस्ताना संबंध मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि ईरान ने रूसी लोगों के ख़िलाफ़ कभी भी कोई कदम नहीं उठाया है और हम रूस को अपना एक मित्र राष्ट्र मानते हैं। महमूद अहमदीनेजाद ने आशा व्यक्त की कि रूस सहित ईरान के सभी पड़ोसी देश परमाणु ईंधन के आदान-प्रदान सम्बन्धी उस समझौते का समर्थन करेंगे जिस पर 17 मई को तेहरान में ईरान, तुर्की और ब्राज़ील के द्वारा हस्ताक्षर किए गए थे। ईरान के राष्ट्रपति के अनुसार इस समझौते ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर बातचीत के रास्ते की सभी बाधाओं को दूर कर दिया है और बातचीत को जारी रखने के लिए नई संभावनाएं उत्पन्न कर दी हैं।

भारत के पहले लड़ाकू हेलीकाप्टर का सफल परीक्षण किया गया।
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रविवार को भारत के पहले हलके लड़ाकू हेलीकाप्टर ने सफल उड़ान भरी। इस बात की जानकारी भारत के रक्षा मंत्रालय द्वारा दी गई है। इस हेलीकाप्टर का निर्माण राजकीय विमान विनिर्माण निगम हिन्दुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड द्वारा किया गया है जिसका मुख्यालय बंगलौर नगर में स्थित है। यह हेलीकाप्टर लड़ाई में पैदल सेना का हवा से समर्थन कर सकता है और दुश्मन के बख्तरबंद वाहनों पर प्रहार कर सकता है। वह पहाड़ों में भी उड़ सकता है। भारतीय मीडिया के अनुसार वर्ष 2011 के अंत तक भारतीय सशस्त्र बलों को इस वर्ग के हेलिकॉप्टरों से लैस कर दिया जाएगा। इस बात की उम्मीद है कि इस हेलीकाप्टर पर 20 मिलीमीटर की एक गन, विभिन्न प्रकार की मिसाइलें और बम फिट किए जा सकते हैं।


अमरीका अपनी बैलिस्टिक मिसाइलों और उपग्रहों के परीक्षण से पहले विश्व समुदाय को इसकी पूर्व जानकारी दिया करेगा।
अमरीका ने यह तय किया है कि वह अब अपनी बैलिस्टिक मिसाइलों और उपग्रहों के परीक्षण से पहले विश्व समुदाय को इसकी पूर्व जानकारी दिया करेगा। बराक ओबामा की सरकार इस कदम को रूस के साथ हस्ताक्षरित रणनीतिक हमलावर हथियारों में कटौती की संधि से सम्बन्धित एक अतिरिक्त कदम मान रही है।
पूर्व सूचना देने की यह नीति इसलिए अपनाई जा रही है ताकि सन् 2002 में स्वीकृत उस अंतर्राष्ट्रीय नियमावली को और मज़बूत बनाया जा सके जो बैलिस्टिक मिसाइलों के प्रसार को रोकने से सम्बन्धित है। इस नियमावली को लोग आम तौर पर हेग कोडेक्स-2002 के नाम से जानते हैं। रूस, अमरीका, फ़्राँस और ब्रिटेन - परमाणविक हथियार सम्पन्न इन चार देशों के साथ-साथ 129 देशों ने इस नियमावली पर हस्ताक्षर किए थे। चीन, पाकिस्तान, भारत, उत्तरी कोरिया और ईरान ने, जिन के पास भी बैलिस्टिक रॉकेट और परमाणविक बम हैं, इस नियमावली पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया था। अब उत्तरी कोरिया और ईरान जैसे देश अपने परमाणविक कार्यक्रमों का विकास कर रहे हैं, जिनके कारण अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में चिन्ता पैदा हो रही है। इन दोनों देशो में से भी ईरान के परमाणविक कार्यक्रम को लेकर पूरी दुनिया में बेहद तनाव दिखाई दे रहा है। हालाँकि ईरान की सरकार ने घोषणा की है कि ईरान का परमाणविक कार्यक्रम शान्तिपूर्ण है, लेकिन इस सिलसिले में अभी तक स्थिति पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हुई है।...

अफ़गानिस्तान से नशीले पदार्थों की तस्करी के ख़तरे से अधिक दृढ़ता से लड़ना होगा।
रूस चाहता है कि अफ़गानिस्तान से नशीले पदार्थों की तस्करी के ख़तरे के विरुद्ध लड़ाई पहले से अधिक दृढ़ता से लड़ी जानी चाहिए। आज मास्को में रूस के विदेशमंत्री सर्गेय लवरोव और अफ़गानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र महासचिव के विशेष प्रतिनिधि स्टेफ़न डे मिस्तुरा के बीच आयोजित एक बैठक का यही मुख्य विषय है। इस सिलसिले में हमारे राजनीतिक पर्यवेक्षक विक्तर येनिकेयेव लिखते हैं-
इन परामर्शों का आयोजन अफ़गानिस्तान पर जुलाई माह में होने वाले अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन की पूर्ववेला में किया गया है। मास्को एशिया के इस देश से नशीले पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए सक्रिय रूप से प्रयास कर रहा है। पिछले हफ्ते विदेशमंत्री सर्गेय लवरोव और रक्षा मंत्री अनातोली सेर्दियुकफ़ ने रोम में अपने इतालवी समकक्षों के साथ मुलाकातों के दौरान इस समस्या पर चर्चा की थी। ऐसी मुलाकातों के आयोजनों का विचार रूस के राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेफ़ और इटली के प्रधानमंत्री सिल्वियो बर्लुस्कोनी द्वारा पेश किया गया था।
रूस के नेता इस बात पर ज़ोर देते हैं कि अफगानिस्तान में अफीम की खेती करने के कार्यों और उस देश से नशीले पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ, नाटो और यूरोपीय संघ के देशों को पहले से अधिक दृढ़ता से लड़ाई लड़नी चाहिए। मास्को की राय में यह लड़ाई बहुत महत्वपूर्ण है और इसमें अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं द्वारा सामूहिक सुरक्षा संधि और शंघाई सहयोग संगठन के साथ अपने सहयोग को बढ़ाने के लिए कदम उठाने की आवश्यकता है। पहले संगठन में रूस, अर्मीनिया, बेलारूस, कज़ाख़स्तान, किर्गिस्तान और ताजिकिस्तान शामिल हैं जबकि दूसरे संगठन में भी अर्मीनिया को छोड़कर यही देश शामिल हैं। चीन और उज़्बेकिस्तान भी इसी संगठन के सदस्य देश हैं। इन सभी देशों को नशीले पदार्थों के ख़तरे से निपटने का काफ़ी गहरा अनुभव है।

उल्लेखनीय है कि रूस इस दिशा में द्विपक्षीय आधार पर सक्रिय रूप से काम कर रहा है। वह अमरीकी-रूसी आयोग के अंतर्गत ऐसा काम कर रहा है। इस आयोग का गठन रूस के राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेफ़ और अमरीका के राष्ट्रपति बराक ओबामा के आदेशों पर किया गया था। पिछले रविवार रूस ने अमरीका को अफ़गानिस्तान में रहने वाले उन नौ लोगों के बारे में जानकारी दी गई थी जो नशीले पदार्थों की तस्करी करते हैं। इससे पहले वॉशिंगटन को अफ़गानिस्तान में नशीली दवाइयां तैयार करने वाली 175 प्रयोगशालाओं के बारे में जानकारी प्रदान की गई थी।
अफ़गानिस्तान से नशीले पदार्थों की तस्करी को रोकने के काम में एक सबसे बड़ी चुनौती यह है कि अमरीका और अफ़गानिस्तान में अंतर्राष्ट्रीय गठबंधन सेना के अन्य देश अफ़ीम की खेती और मादक पदार्थों को तैयार करने वाली प्रयोगशालाओं को नष्ट करने से इनकार कर रहे हैं। ये देश समझते हैं कि ऐसा करने से स्थानीय आबादी की आर्थिक रूप से बर्बादी हो जाएगी और ये लोग गठबंधन सैनिकों के खिलाफ़ खड़े हो जाएँगे तथा तालिबान के समर्थकों की संख्या में वृद्धि करेंगे। अंतर्राष्ट्रीय गठबंधन सेना की ऐसी नीति का लाभ कम और नुकसान ज़्यादा हो रहा है। अफ़गानिस्तान से नशीले पदार्थों की तस्करी में वृद्धि हुई है। इससे भी बुरी बात यह है कि आतंकवाद को इसका सबसे ज़्यादा लाभ पहुँच रहा है। गौरतलब है, कि इस देश में नाटो सेनाओं की तैनाती के दौर में अफ़ीम की खेती में चालीस गुना बढ़ौतरी हुई है।

अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में किया जा रहा काम अंतर्राष्ट्रीय सहयोग का एक सबसे अच्छा उदाहरण है।

अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में किया जा रहा काम अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग का एक सबसे अच्छा उदाहरण है। यह बात शुक्रवार को रूस के उप प्रधानमंत्री सेर्गेय इवानोव ने केप कनैवरल में अमरीकी अंतरिक्ष अड्डे पर कही जहाँ पर उनको रूसी प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्यों के साथ माननीय मेहमान के रूप में आमंत्रित किया गया था। वहाँ से अंतरिक्ष यान अटलांटिस का प्रक्षेपण किया गया जो रूसी मॉड्यूल "रस्सवेत" यानी "प्रभात" को लेकर अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में पहुँचाएगा। सेर्गेय इवानोव ने कहा कि इस स्टेशन के प्रोग्राम की बदौलत रूस और अमरीका की तकनीकी और वित्तीय क्षमताओं को मिलाकर आपसी सहयोग के एक नए स्तर तक पहुँचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि चांद, मंगल ग्रह और सौर मंडल के अन्य ग्रहों के अन्वेषण के लिए भविष्य के कार्यक्रमों के संदर्भ में ऐसी सम्भावनाओं के बारे में नासा और रोसकोस्मोस द्वारा सोच-विचार किया जा रहा है।
तुर्कमेनिस्तान के राष्ट्रपति भारत में तेल, गैस और अन्य क्षेत्रों में सहयोग के सवालों पर चर्चा करेंगे।

तुर्कमेनिस्तान के राष्ट्रपति गुर्बानगुली बेर्दिमोहम्मदोव आज से अपनी भारत की पहली राजकीय यात्रा शुरू कर रहे हैं। तुर्कमेनिस्तान के नेता भारतीय नेताओं से तेल, गैस और अन्य क्षेत्रों में सहयोग के सवालों पर चर्चा करेंगे। आशा है कि इस यात्रा के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग के बारे में कुछ समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। इस बात की जानकारी भारतीय विदेश मंत्रालय के यूरेशियन विभाग के निदेशक अजय बिसारिया ने दी। तुर्कमेनिस्तान के राष्ट्रपति भारत की अपनी तीन दिवसीय यात्रा के दौरान भारत की राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा पाटिल, उपराष्ट्रपति श्री हामिद अंसारी और प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह से मिलेंगे। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधि ने बताया कि इन मुलाकातों के दौरान भारत-तुर्कमेन सहयोग के कई सवालों के अलावा महत्त्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर सोचविचार किया जाएगा।

से निपटने के लिए के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव के विशेष प्रतिनिधि से चर्चा करेंगे।
रूस के विदेशमंत्री सर्गेय लवरोव और अफ़गानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र महासचिव के विशेष प्रतिनिधि स्टेफ़न डे मिस्तुरा आज मास्को में अफ़गानिस्तान से नशीले पदार्थों की तस्करी के ख़तरे से निपटने के लिए नए उपायों पर सोचविचार करेंगे। इन परामर्शों का आयोजन अफ़गानिस्तान पर जुलाई माह में होने वाले अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन की पूर्ववेला में किया गया है। मास्को अफ़गानिस्तान से नशीले पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए सक्रिय रूप से प्रयास कर रहा है। पिछले सप्ताह सर्गेय लवरोव ने रोम में इटली के विदेश और रक्षा मंत्रियों से अपनी बैठकों के दौरान इसी विषय पर चर्चा की थी। तब उन्होंने नाटो देशों से अपील की थी कि अफ़गानिस्तान में अफ़ीम की खेती करने और खेती कराने वाले लोगों के ख़िलाफ़ कड़े कदम उठाए जाएँ।


अखिल यूरोपीय वित्तीय स्थिरीकरण कोष की स्थापना।
यूरोपीय संघ के 27 देशों के वित्तमंत्रियों की एक नियमित बैठक में अखिल यूरोपीय वित्तीय स्थिरीकरण कोष की स्थापना करने का फ़ैसला किया गया है। माना जाता है कि इस कोष की सहायता से यूरोपीय संघ की वर्तमान और भविष्य की सभी वित्तीय समस्याओं का समाधान निकाला जा सकेगा। इसकी प्रारम्भिक धनराशि 60 अरब यूरो है जोकि बढ़ाकर 500 अरब किए जाने की सम्भावना है।
इन देशों के वित्तमंत्रियों ने आख़िरकार यूरो क्षेत्र और पूरे यूरोपीय संघ के देशों की वित्तीय सुरक्षा के तंत्र की स्थापना कर दी है। पिछले कुछ महीनों से यूरोपीय संघ के नेता पूरे यूरोप में वित्तीय संकट को पैदा होने से रोकने के लिए उपायों पर सोचविचार कर रहे थे।
इन नेताओं की यह व्यस्तता भी इस बात का एक कारण बनी कि यूरोपीय संघ के कुछ महत्त्वपूर्ण नेता विजय दिवस की 65वीं वर्षगाँठ के उपलक्ष पर मास्को में आयोजित समारोह में शामिल नहीं हो सके थे। इस तंत्र का एक घटक 60 अरब यूरो वाला स्तिरीकरण कोष है। यह धनराशि उस सहायता का एक हिस्सा है जो यूरोपीय संघ के उन देशों को उपलब्ध कराई जाएगी जो अपने ऋण का भुगतान नहीं कर सकने के कग़ार पर खड़े हैं। कुल ऋण राशि 750 अरब यूरो बनती है जिसका ऐसे देशों को सहायता प्रदान करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इस धनराशि का एक तिहाई अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष द्वारा आवंटित किया जाएगा। यूरोपीय संघ के कुछ देशों के नेता अपने आंतरिक मामलों में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की इस भागीदारी को अस्वीकार्य मानते हैं। वे इस तथ्य का हवाला देते हैं कि इस मुद्रा कोष में मुख्य भूमिका अमरीका द्वारा निभाई जाती है। अमरीका के अपने आर्थिक हित हौं जो यूरोपीय संघ के आर्थिक हितों से हमेशा मेल नहीं खाते हैं।
देखने को तो ऐसा लगता है कि 750 अरब यूरो की धनराशि बहूत ज़्यादा है। लेकिन वास्तव में ऐसा कुछ नहीं है। बात दरअसल यह है कि यूरोपीय संघ की अर्थव्यवस्था का पैमाना बहुत विशाल है और इसके कई देशों में वित्तीय घाटा महसूस किया जा रहा है। उदाहरण के लिए यूरोपीय संघ के एक देश यूनान को ऋण का भुगतान नहीं कर सकने की स्थिति से बचाने के लिए 300 अरब यूरो की आवश्यकता है लेकिन इस धनराशि का केवल एक तिहाई हिस्सा ही यूरोपीय संघ और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा। सस्ते ऋण उपलब्ध करवाने के लिए स्थापित इस तंत्र से ऐसे देशों की कुछ रक्षा तो की जा सकती है लेकिन इससे उनकी आर्थिक समस्याओं के समाधान करने की गारंटी नहीं दी जा सकती है। वर्तमान समय में यूरोपीय संघ की अर्थव्यवस्था को काफ़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इस बात का एक सबूत तो यह है कि पिछले कुछ समय से डॉलर की तुलना में यूरो के मूल्य में भारी गिरावट आई है। कुछ प्रमुख यूरोपीय नेताओं की इन अपीलों का भी कोई ठोस असर नहीं पड़ रहा है कि यूरो के बचाव के लिए एकजुट हो जाना चाहिए।
यूरोप में फैले संकट से यूरो पर बहुत ज़यादा दबाव पड़ रहा है। फ़िलहाल तो ऐसा ही दिखाई दे रहा है कि यूरोपीय मुद्रा की बहाली के लिए काफ़ी लम्बा समय लगेगा। इस साल के दैरान यूरो-डॉलर विनिमय दर में काफ़ी बड़ी अस्थिरता रहेगी। इस बात की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता है कि कुछ सकारात्मक ख़बरों की पृष्ठभूमि में यूरो के मूल्य में उछाल आ सकता है। लेकिन यूरोपीय मुद्रा के मुकाबले में डॉलर का हाथ ऊपर ही रहेगा क्योंकि यूरोपीय मुद्रा वाले देशों में घट रहीं नकारात्मक घटनाओं के प्रभाव दूरगामी होंगे।
विश्व बाज़ार यूरोप और खास तौर पर यूनान की स्थिति के प्रति अति संवेदनशील दिखाई दे रहा है। और इस प्रकार की प्रतिक्रिया से केवल उन लोगों के हाथ मज़बूत हो रहे हैं जो यूरोपीय मुद्रा की कमज़ोर स्थिति का लाभ उठाने की कोशिश कर रहे हैं। यूरो की अस्थिरता का एक सबसे बड़ा कारण यह भी है कि यूरोपीय नेता लम्बे समय तक संकट को दूर करने के ठोस उपायों के बारे में कोई एकमत निर्णय नहीं कर सके थे।

चीन भारत राजनयिक संबंधों की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में पारस्परिक समझ व विश्वास बढाया जाए
चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता च्यांग यू ने 25 मई को पेइचिंग में कहा कि चीन भारतीय राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल की आसन्न चीन यात्रा का स्वागत करता है ।चीन की आशा है कि दोनों देशों के राजनयिक संबंधों की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में दोनों पक्ष पारस्परिक समझ व विश्वास को मजबूत कर रणनीतिक सहयोग के नये व बडे विकास को बढावा देंगे ।
नियमित पत्रकार वार्ता में च्यांग यू ने कहा कि चीन भारत संबंध एक परिपक्व व स्थिर विकास के दौर में दाखिल हुआ है ।इधर कुछ साल से चीन भारत संबंधों का चतुर्मुखी व तेज विकास हो रहा है ।दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय आवाजाही बनी हुई है ।दोनों पक्षों का राजनीतिक विश्वास निरंतर बढ रहा है और विभिन्न जगतों का व्यावहारिक सहयोग अधिक घनिष्ठ हो रहा है । महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय व क्षेत्रीय मामलों में दोनों पक्ष घनिष्ठ संपर्क बनाए हुए हैं ।
चीन भारत सीमा सवाल की चर्चा करते हुए च्यांग यू ने कहा कि चीन और भारत ने मतैक्य प्राप्त किया है कि सीमा सवाल के समाधान से पहले दोनों पक्ष सीमांत इलाकों की शांति व अमन चैन बनाए रखने की पूरी कोशिश करेंगे ।

अमेरिकी पाट्रिओट मिसाइल की पहली खेप पोलैंड पहुंची
पोलैंड स्थित अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता एंड्रयू पॉल ने कहा कि पहली खेप वाले पाट्रिओट मिसाइल व सौ अमेरिकी सैनिक 23 मई को उत्तर पोलैंड के मोराग सैन्य ठिकाने तक पहुंच गये। यह क्षेत्र राजधानी वारसॉ से 250 किलोमीटर है, और पोलैंड व रूस की कालिनिंगराद सीमा से केवल 60 किलोमीटर दूर है। पोलैंड के अनुसार रूस के नज़दीक क्षेत्र में मिसाइल की तैनाती रणनीतिक वजह से नहीं है। क्योंकि वहां की बुनियादी सुविधाएं अच्छी हैं, जो अमेरिकी सेना को काफ़ी तकनीकी समर्थन दे सकती हैं। पोलैंड स्थित अमेरिकी दूतावास के अधिकारी ने 24 मई को इसकी जानकारी दी।
अमेरिकी सरकार ने वर्ष 2008 के अगस्त में पोलैंड सरकार के साथ पोलैंड में एंटी मिसाइल व्यवस्था की स्थापना करने पर समझौता किया था। ओबामा ने राष्ट्रपति का पद संभालने के बाद पोलैंड में मध्य व कम दूरी वाली एंटी मिसाइल व्यवस्था की स्थापना करने का फैसला किया, जिसने पहले की लंबी दूरी वाली एंटी मिसाइल व्यवस्था की जगह ली। वर्ष 2009 के दिसंबर में अमेरिका व पोलैंड ने पोलैंड स्थित अमेरिकी सेना के स्थान से जुड़े एक समझौते पर हस्ताक्षर किये, जिसमें एंटी मिसाइल व्यवस्था की स्थापना की तैयारी की।
फ़िलीस्तीन व इज़राइल की प्रत्यक्ष वार्ता की अपील
जॉर्डन की यात्रा कर रहे जर्मन विदेश मंत्री गीडो वेस्टरवेले ने 23 मई को फ़िलीस्तीन और इज़राइल से अप्रत्यक्ष वार्ता को प्रत्यक्ष वार्ता में तब्दील करने की अपील की।उन्होंने कहा कि अगले कई महीने मध्य-पूर्व की शांति प्रक्रिया के लिये अहम साबित होंगे। जॉर्डन के विदेश मंत्री नस्सेर जुडेह के साथ आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने यह बात कही। वेस्टरवेले के अनुसार मध्य-पूर्व में शांति व स्थिरता हासिल करने के लिये एक मात्र तरीका फ़िलीस्तीन व इज़राइल की प्रत्यक्ष वार्ता है।
वेस्टरवेले ने कहा कि जर्मन सरकार यहूदी बस्तियों की रणनीति और हिंसक कार्रवाई का विरोध करने के साथ साथ शांति अमल करने के लिये उदारवादी ताकत का समर्थन करती है।जर्मन सरकार संबंधित पक्षों से समन्वय कर शांति प्रक्रिया बढ़ाने के लिये अपना योगदान भी देगी।
जुडेह ने अपने भाषण में मध्य-पूर्व की शांति प्रक्रिया आगे बढ़ाने में जर्मनी व यूरोपीय संघ की महत्वपूर्ण भूमिका कही। अप्रत्यक्ष वार्ता की चर्चा में उन्होंने कहा कि अभी तक वह सही रास्ते में चल रही है।
जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला II ने वेस्टरवेले के साथ वार्ता में कहा कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय मिलना-जुलना चाहिये।ताकि फ़िलीस्तीन और अज़राइल के बीच गंभीर व प्रभावी प्रत्यक्ष वार्ता की जाएगी,और यथार्थ प्रगति हासिल की जाएगी।वार्ता का अखिरी उद्देश्य यह है कि इज़राइल के पास शांति व सुरक्षा का आनंद लेने वाला स्वतंत्र फ़िलीस्तीन स्थापित किया जाए।



पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने चीनी रक्षा मंत्री के साथ मुलाकात की
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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री युसुफ रज़ा गिलानी ने 24 मई को राजधानी इस्लामाबाद में पाकिस्तान की यात्रा पर गए चीनी स्टेट कांसुलर, चीन के रक्षा मंत्री लांग क्वांग लिए के साथ मुलाकात की।
श्री गिलानी ने कहा कि वर्तमान में विश्व जटिल है लेकिन पाकिस्तान चीन मैत्री रणनीतिक है, यह मैत्री किसी भी स्थिति में नहीं बदलेगी। विभिन्न क्षेत्रों में पाकिस्तान व चीन के बीच सभी मौसमों के अनुरूप मैत्री का विकास हो रहा है। पाकिस्तान इस पर संतुष्ट है। श्री गिलानी ने कहा कि पाकिस्तान व चीन की सेनाओं के बीच मैत्रिपूर्ण सहयोगी संबंध दोनों देशों के बीच मैत्री के दीर्घकालीन व सतत् विकास के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
श्री लांग क्वांग लिए ने कहा कि चीन व पाकिस्तान के बीच मैत्री दोनों देशों के बीच मैत्रिपूर्ण सहयोगी संबंध के विकास के लिए बड़ी प्रेरक शक्ति है। चीन व पाकिस्तान की सेनाओं ने इधर के सालों में विभिन्न क्षेत्रों में कारगर आदान-प्रदान व सहयोग किया है। चीन पाकिस्तान के साथ मिलकर दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदार संबंध के विकास व दोनों देशों की जनता की भलाई के लिए कोशिश करने को तैयार है।
24 मई को श्री लांग क्वांग लिए ने इस्लामाबाद में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री चौधरी अहमद मुख्तार के साथ बातचीत की। दोनों पक्षों ने मैत्रिपूर्ण वातावरण में दोनों सेनाओं के बीच संबंध व समान रुचि वाले सवालों पर गहन रूप से विचारों का आदान-प्रदान किया और अनेक सहमतियां भी प्राप्त कीं।(वनिता)
चीनी और विदेशी ने पेइचिंग में जलवायु परिवर्तन पर चर्चा की
यह चाइना रेडियो इंटरनेशनल है। श्रोता दोस्तो, साप्ताहिक कार्यक्रम चीन में सुधार और विकास अब आरंभ होता है। मैं हू आप की दोस्त रूपा। कार्यक्रम में आप का हार्दिक स्वागत। दोस्तो, सुपर टैंक कहा जाने वाले चीनी अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक आवाजाही केंद्र ने पिछले हफ्ते में हरी अर्थव्यवस्था के विकास व जलवायु परिवर्तन के मुकाबले संबंधी अंतर्राष्ट्रीय सहयोग सम्मेलन की अध्यक्षता की। दुनिया के विभिन्न देशों से आये सरकारी अधिकारियों व अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों ने जलवायु परिवर्तन सवाल पर वार्ता की और विचार विमर्श भी किया। सम्मेलन में उपस्थितों के विचार में जलवायु परिवर्तन सवाल पर विकसित देशों व विकासमान देशों को सकारात्मक भूमिका अदा करनी चाहिये और साझी किंतु विभेदीकृत दायित्व की सिद्धांत के अनुसार ऊर्जा किफायत व कम निकासी व हरी अर्थव्यवस्था के विकास को बढ़ाना चाहिये।
वर्तमान में दुनिया के विभिन्न देशों द्वारा आम तौर पर पता किया गया कि ऊर्जा किफायत व कम निकासी के जरिये पृथ्वी पर जलवायु परिवर्तन से पैदा कुप्रभाव कम करना एक आपात मिशन है।
मौजूदा हरी अर्थव्यवस्था के विकास व जलवायु परिवर्तन के मुकाबले संबंधी अंतर्राष्ट्रीय सहयोग सम्मेलन में ग्रेनेडा के पर्यावरण मंत्री मैकेल चुर्च ने कहा कि जलवायु परिवर्तन से ग्रेनेडा जैसे द्वीप देशों को अभूतपूर्व नुक्सान पहुंच रहा है। उन्होंने कहा
मेरी मातृभूमि ग्रेनेडा जलवायु परिवर्तन से पैदा अभूतपूर्व नुक्सान का सामना कर रहा है। अतीत में चक्रवात हर 50 साल एक बार घटित होता है। लेकिन इधर वर्षों से चक्रवात अधिक से अधिक तीव्र है। ग्रेनेडा अन्य द्वीप देशों के साथ जलवायु परिवर्तन से पैदा सब से गंभीर कुप्रभाव पड़ने वाला देश है। हमारी संसाधनों का आभाव है, इसलिये विकास के सामने बहुत गंभीर बाधा खड़े हुए हैं। इस पृष्ठभूमि पर हम केवल वैश्विक कार्रवाई कर सकते हैं, कोई भी विकल्प नहीं है।
जलवायु परिवर्तन से पैदा कुप्रभाव अधिक तीव्र होने की पृष्ठभूमि में ऊर्जा किफायत व कम निकासी दुनिया के विभनन्न देशों की फौरी मिशन बना है। लेकिन कम निकासी की कर्तव्य पर जिम्मेदार लेने के बारे में विकसित देशों व विकासमान देशों के बीच बड़ा मतभेद पैदा है। विकसित देशों ने विकासमान देशों से कम निकासी पर जिम्मेदार लेने की मांग की, जब कि व्यापक विकासमान देशों ने बलपूर्वक कहा कि साझी किंतु विभेदीकृत दायित्व की सिद्धांत के अनुसार विकसित देशों को जलवायु परिवर्तन पर अधिक कर्त्तव्य व जिम्मेदारी लेनी चाहिये। मौजूदा सम्मेलन में चीनी राष्ट्रीय विकास और रूपांतरण कमेटी के प्रभारी श्ये चेन ह्वा ने फिर एक बार उक्त बात पर जोर दिया। उन का कहना है
200 सालों की औद्योगीकरण प्रक्रिया में विकसित देशों ने ग्रीन हाउस गैस की निकासी की, जो वर्तमान जलवायु परिवर्तन का प्रमुख कारण है, इसलिये विकसित देशों को अधिक जिम्मेदार लेनी चाहिये। जब कि व्यापक विकासमान देश औद्योगिकीकरण की प्रारंभिक अवस्था में गुजर रहे हैं, उन के विकास को सीमित करना न तो न्यायपूर्ण है और न ही उचित। विकसित देशों ने मजबूत आर्थिक ताकत के साथ उन्नत कम कार्बन प्रौद्योगिकियां मास्टर की है, जब कि विकासमान देश वित्त व तकनीक का आभाव हीं नहीं, बल्कि उन के सामने आर्थिक के विकास, गरीब उम्मूलन आदि सवाल खड़े हुए हैं।
एलजीरियाई भूमि सुधार, पर्यावरण व पर्यटन मंत्री राहमानी श्ये चेन ह्वा के विचार पर बहुत सहमत हुए। उन्होंने बलपूर्वक कहा कि प्रौद्योगिकी हस्तांतरण हरी अर्थव्यवस्था के विकास व जलवायु परिवर्तन के मुकाबले में अफ्रीकी देशों के लिये बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा
अंतर्राष्ट्रीय सहयोग व प्रौद्योगिकी हस्तांतरण को और बढ़ाया जाना चाहिये। क्योंकि प्रौद्योगिकी हस्तांतरण अफ्रीकी देशों के लिये बहुत महत्वपूर्ण है। विभिन्न देशों के बीच आवाजाही प्रोत्साहित किया जाना चाहिये ताकि सभी विकासमान देशों को हरी अर्थव्यवस्था के विकास में मदद दी जा सके।
जलवायु परिवर्तन कार्वाई योजना के सक्रिय प्रमोटर के रूप में ब्रिटिश पूर्व उपप्रधान मंत्री प्रेस्कोट ने मौजूदा सम्मेलन में कहा कि जलवायु परिवर्तन के मुकाबले की कार्यवाही में विभिन्न देशों को अपने देश की वास्तिव स्थिति के अनुसार अलग जिम्मेदार लेना चाहिये। उन का कहना है
हमें साझी किंतु विभेदीकृत दायित्व पर जोर देना चाहिये। जलवायु परिवर्तन के मुकाबले में विकसित देशों को सब से अधिक दायित्व निभाने की जरूरत है, क्योंकि उन की कार्यवाही जलवायु परिवर्तन पैदा होने का प्रमुख कारण है। किसी भी नये समझौते में विभिन्न देशों की गरीबी स्थिति को प्रतिबिंबित किया जाना चाहिये। वह अवश्य ही सामाजिक न्याय का समर्थन दे सकेगा।
जलवायु परिवर्तन से पैदा कुप्रभाव दूर करने के लिये हरी अर्थव्यवस्था का विकास करना पारिस्थितिकी पर्यावरण सुंरक्षण व आर्थिक दक्षता में सुधार के साथ साथ मानव समाज के लिए एक ही रास्ता बना है। नाइजीरियाई पूर्व राष्ट्रपति ओबासांजो ने हरी अर्थव्यवस्था के विकास का मुल्याकंन करते हुए कहा
क्या हम हमारी पर्यावरण को बचा सकते हैं, क्या हम अनवरत आर्थिक विकास कर सकते हैं?हमें जलवायु परिवर्तन की प्रक्रिया रोकने के लिये कदम उठाना चाहिये। यह हरी अर्थव्यवस्था का प्रयोजन है।
हरी अर्थव्यवस्था की भूमिका पर चर्चा करते हुए संयुक्त राष्ट्र उपमहासचिव जुखांग शा के ख्याल में वर्तमान में केवल सरकार की कोशिश हरी अर्थव्यवस्था नहीं बढ़ सकेगी। विभिन्न देशों की सरकारों को उद्यमों के साथ सहयोग करना चाहिये ताकि उद्यमों को हरे सुधार के महत्वपूर्ण प्रमोटर बनाया जा सके। उन का कहना है
सरकारों को उद्यमों को हरे तकनीकी अनुसंधान के लिये पूंजी लगाना और उद्यमों के साथ हरी अर्थव्यवस्था के विकास के दौरान उद्यमों के लिये अधिक जोखिम बांटना चाहिये।

Thursday, June 3, 2010

पंजाब यूनिवर्सिटी में कोर्स दो , क्लास एक और फीस..

पंजाब यूनिवर्सिटी में कुछ कोर्स ऐसे हैं जो प्रोस्पेक्टस पर अलग-अलग नाम से हैं मगर उनकी क्लास एक छत के नीचे लगाई जाती हैं। दोनों की प्रेक्टिल लैब्स भी एक ही है मगर फीस की बात करें तो जमीन-आसमान का अंतर। लेकिन दोनों कोर्स में अगर कोई कॉमन बात है तो वो है प्लेसमेंट, जो कोई भी कोर्स दिलवाने का दम नहीं रखता। पीयू के डिपार्टमेंट ऑफ फिजिक्स में ऑनर्स और फिजिक्स इलेक्ट्रॉनिक्स का यही हाल है। अब नए स्टूडेंट्स भी कन्फ्यूज हैं कि किस कोर्स में एडमिशन लिया जाए, किस में नहीं।

ग्रेट कन्फ्यूजन

एमएससी फिजिक्स की डिग्री के लिए जहां एक स्टूडेंट को फीस के तौर पर लगभग १४ हजार रुपए देने पड़ रहे हैं वहीं फिजिक्स इलेक्ट्रॉनिक्स की कुल फीस है एक लाख १८ हजार से भी ज्यादा। जब स्टडी एक ही छत के नीचे, सेम टीचर और सेम लेक्चर तो फीस में इतना बड़ा अंतर क्यों? अपना फाइनल ईयर पूरा कर चुके ज्यादातर फिजिक्स इलेक्ट्रॉनिक्स के स्टूडेंट्स का कहना है कि तीन सेमेस्टर तक क्लास हमने एक साथ ऑनर्स स्टूडेंट के साथ लगाई। लैब प्रेक्टिकल भी हमने साथ-साथ किए। जब लास्ट सेमेस्टर में हमारी क्लास अलग हुई तो तब एहसास हुआ कि हम ऑनर्स के नहीं बल्कि इलेक्ट्रॉनिक्स के स्टूडेंट हैं। फिजिक्स इलेक्ट्रॉनिक्स का एग्जाम दे चुके विशाल के मुताबिक अब समझ में नही आ रहा कि इतनी फीस किस बात की दी।


प्लेसमेंट ड्राइव की सच्चई

भले ही ऑनर्स और इलेक्ट्रॉनिक्स के कोर्स में फीस छोड़कर बाकी सब कुछ मिलता-जुलता है मगर दोनों ही कोर्स इस साल प्लेसमेंट देने में नाकाम रहे। स्टूडेंट्स के मुताबिक न तो यहां कोई प्लेसमेंट सेल है और न ही अभी तक किसी की प्लेसमेंट हुई है। स्टूडेंट खुद जाकर बाहर की कंपनियों को अप्रोच कर रहे हैं। काउंसिल की प्लेसमेंट ड्राइव में भी कंपनियो का रुझान ज्यादातर बीटेक और मैनेजमेंट के स्टूडेंटस की ओर ही रहा।

फीस स्ट्रक्चर 2009-10

एमएससी फिजिक्स ऑनर्स

फीस-14,257रुपए

फिजिक्स इलेक्ट्रॉनिक्स

फीस- 1,18,874 रुपए


पूरे इश्यू पर ज्यादातर स्टूडेंट्स सिटी लाइफ से बात करने से कतराते नजर आए। स्टूडेंट्स ने नाम न लेने की शर्त पर बताते हुए कहा, हमें अब आगे भी एडमिशन लेना है और आने वाले गाइड से भी तो बनाकर रखनी है। इसलिए अब यूजीसी नेट की तैयारी में जुटे हैं।

Wednesday, June 2, 2010

फर्जी एनकाउंटर की कहानी, दो युवकों की जुबानी

जम्म-कश्मीर. जम्मू में तीन युवकों के फर्जी इंनकाउंटर ने पहले ही लोगों का दिल हिला दिया था लेकिन अब दो और युवक फर्जी एनकाउंटर से बाल-बाल बचने में कामयाब हो गए। नौकरी का लालच देकर जंगल में आतंकवादियों की तरह कपड़े पहनाकर सेना करती है फर्जी एनकाउंटर। यह कहना है शारिक और जहूर की।




शारिक अहमद और जहूर को अब लगता है कि उनका दूसरा जन्म हुआ है। ये दोनों एलओसी से मौत के मुंह से निकलकर अपने घर सही सलामत वापस आ गए। इन्होंने घर पहुंचकर सेना दरा की गई हैवानियत को बताया जिसे सुनकर किसी के भी रोंगटे तक खड़े हो जाएंगे।




जहूर ने कहा, एक पुलिसवाले ने 11 मई को उसे सेना में नौकरी दिलवाने का लालच देकर उसे जंगल में ले गए थे और वहां पर उन्हें आतंकवादियों की तरह कपड़े पहनाकर एनकाउंटर करने के पहले होने वाली भूमिका दिखाई। उस समय हमें कई तरह के लालच दिए जा रहे थे, हमे कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि असल में हमारे साथ क्या होने वाला है।




पुलिस जंगल में हमारा कपड़ा बदलवाकर सेना के एक कैंप में ले गई। यहां पर हम खान की तरह से कपड़ा और जूते पहने थे। हमें यहां पर बहुत डर लग रहा था। हमने कई बार पूछा कि हमें नौकरी कब मिलेगी तो हमें सिर्फ झूठा आश्वासन दिया जाता रहा। लेकिन हमारे घर वालों की मदद से एक बड़े ऑफीसर ने समय रहते हमारी जान बचा ली। जहूर ने बताया कि कैंप में हमारे एनकाउंटर की पूरी तैयारी कर ली गई थी लेकिन सही समय पर ऑफीसर ने हमें मौत के मुंह से निकाल लिया।




शारिक के पिता गुलाम अहमद ने बताया कि कमांडर ने हमारे बेटे को हम तक सही सलामत पहुंचाया नहीं तो यहां पर औरों की तरह हमारे बेटे भी मार दिए जाते। शरीक ने बताया कि मैं पैसे के लालच में आ कर पुलिस के चंगुल में फंस गया था। मुझे 15 हजार हर महीने की तनख्वाह दिए जाने की बात कही गई थी। शरीक ने कहा कि सेना यहां के युवकों को इसी तरह से आतंकवादियों के कपड़े पहनाकर जंगल में ले जाकर मार देते हैं और बाद में सेना यह कहती है कि कई घंटे तक चली मुठभेड़ में आतंकवादी मार गिराए गए जबकि कुछ हकीकत हमारी तरह है।




गौरतलब है कि अभी कुछ दिन पहले जम्मू में सेना ने तीन लोगों का फर्जी एनकाउंटर कर दिया था, जिसमें सेना का एक ऑफीसर और कुछ पुलिसकर्मी गिरफ्तार हुए थे।

अफगानिस्तान के राष्ट्रपति बाल-बाल बचे

काबुल. अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में आतंकवादी संगठन तालिबान के साथ शंति संभावनाओं पर विचार विमर्श के लिए आयोजित हो रहे जिरगा के नजदीक आज एक राकेट दागा गया। इस जिरगा में अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई भी मौजूद थे। अधिकारियों और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि राकेट के खाली मैदान पर गिरने के कारण किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।




जिस समय राकेट दागा गया उस समय करजई भाषण दे रहे थे। लेकिन उन्होंने अपना भाषण जारी रखा और लोगों से कहा कि वे घबराएं नहीं। जिरगा में अफगानिस्तान और सीमा पार से करीब 1300 कबायली नेता तथा विशिष्ट हस्तियां भाग ले रहीं थीं। इस जिरगा का आयोजन तालिबान के साथ शांतिपूर्ण संबंधों की संभावनाओं पर चर्चा के लिया किया गया था।

अब बेवफाओं के लिए न्यूड हुई टैटू गर्ल

मेलबर्न. जेस्सी जेम्स की वैवाहिक जिंदगी में तूफान का कारण बनी उनकी कथित प्रेमिका मिशेल मैकगी अब एक वेबसाइट के लिए न्यूड फोटोशूट देने जा रही है।

खबर है कि टैटू गर्ल मैकगी ने रिश्तों में धोखा देना सिखाने वाली एक वेबसाइट के साथ डील साइन की है। मैकगी इस वेबसाइट के लिए न्यूड शूट कराने के लिए टोरोंटो भी गई।

सूत्रों के अनुसार मैकगी का यह फोटोशूट एक स्ट्रिपक्लब हुआ और मैकगी को प्रतिघंटा 500 डॉलर दिए गए। यहीं नहीं मैकगी को उनके फोटोशूट के जरिए वेबसाइट को होने वावे मुनाफे का भी कुछ हिस्सा मिलेगा।

नहीं मिल रहे हैं चाद से लाए गए पत्थर

डेनवर. अमेरिका के कोलाराडो राज्य को 1974 में दिए गए बेशकीमती चांद से लाए गए पत्थर नहीं मिल रहे हैं। ब्लैक मार्केट में इन पत्थरों की कीमत 5 मीलियन डॉलर (लगभग 23.34 करोड़ रुपए) आंकी गई है। कुछ लोगों का मानना है कि ये पत्थर एक छात्र द्वारा अपने प्रोजेक्ट में इस्तेमाल करने तक सुरक्षित थे।




1969 में चांद से लाए गए पत्थरों का एक अन्य सेट राज्य के हिस्ट्री म्यूजियम में एक दशक पहले मिला था। अब इसे कोलोरा़डो सरकार की इमारत में देखने के लिए रखा गया है।




'द डेनवर पोस्ट' की रिपोर्ट के मुताबिक चांद से लाए गए पत्थरों का दूसरा सेट न ही हिस्ट्री म्यूजियम के पास है और न ही डेनवर म्यूजियम ऑफ नेचर एंड साइंस में है। गर्वनर हाउस को भी इस विषय में कोई जानकारी नहीं है।

19 साल की सिंगर को चाहिए बूढ़ा प्रेमी!

लंदन. आस्ट्रेलिया की पॉप सिंगर गेबरिएला किल्मी का कहना है कि उसे उम्रदराज, सुंदर और मजाकिया साथी चाहिए जो खाना भी बना सके।

फिमेलफर्स्ट से बात करते हुए किल्मी ने कहा कि मुझे लगता है कि मैं उम्र में बड़े लोगों की और ज्यादा आकर्षित होती हूं। किल्मी कहती है कि उसे ऐसा साथी चाहिए जो उसे हंसा सके, उससे बेहतर खाना बना सके और टॉल, डॉर्क एंड हैंडसम हो।

19 वर्षीय किल्मी जब अपने बचपन के क्रश जॉन ट्रावोल्टा (56) से पहली बार मिली थी तो रो पड़ी थीं। किल्मी ने बताया कि ट्रावेल्टा एक रेसिंग इवेंट के दौरान अतिथि बनकर आए थे और जब मैंने उन्हें देखा तो मैं रो पड़ी। मैं सोच रही थी की वो 1978 की हिट फिल्म 'ग्रीस' के मुख्य किरदार डैनी जूको हैं।

दुबई के रेगिस्तान में एयरहोस्टेस से किया रेप

लंदन. ब्रिटिश एयरवेज में एयरहोस्टेस के साथ दुबई के रेगिस्तान में रेप की घटना प्रकाश में आई है। एयरहोस्टेस ने एक कार चालक से लिफ्ट ली थी। जानकारी के अनुसार 25 वर्षीय एक ब्रिटिश एयरहोस्टेस दुबई में एक नाइट क्लब के बाहर लिफ्ट के लिए इंतजार कर रही थी। लेकिन लिफ्ट या टैक्सी न मिलने पर वह काफी हताश हो गई।




जिसके बाद वहां आए दुबई मरीन होटल क्लब में सेल्समैन मोहम्मद सलेम ने उसे लिफ्ट देकर अपने घर चलने को कहा। एयरहोस्टेस ने सलेम से लिफ्ट ले ली और वह कार में बैठ गई। सलेम ने अपनी कार को रेगिस्तान की तरफ मोड़ दिया और रेगिस्तान के सुनसान इलाके में ले जाकर उसके साथ रेप किया।




पीड़िता ने कोर्ट को बताया कि उसने सलेम का भरसक विरोध किया। लेकिन कार की पिछली सीट पर सलेम ने उसके साथ आधे घंटे तक दुष्कर्म किया और फिर उसे छोड़ दिया। अंतत: पीड़िता की बहन ने उसे पुलिस स्टेशन ले जाकर रिपोर्ट दर्ज कराई।

डिफाल्टरों से होगी 55 करोड़ की वसूली

पानीपत. बिजली निगम को जिले के विभिन्न क्षेत्रों में बिल का भुगतान न करने वाले डिफाल्टरों से 55 करोड़ रुपए की वसूली का लक्ष्य सौंपा गया है। इसमें अकेले रेलवे विभाग पर दस करोड़ रुपए का बकाया है।

यह महकमा बिजली निगम का सबसे बड़ा बकाएदार है। इसके अलावा औद्योगिक इकाइयों और किसानों समेत अन्य लोगों ने भी बिल न जमा करके निगम को करोड़ों के राजस्व की क्षति पहुंचाई है।

शासन स्तर के अधिकारियों ने महीने भर के भीतर बिजली निगम को इन बकाएदारों ने बिल की वसूली करने के निर्देश दिए हैं। इस निर्देश के अनुपालन में स्थानीय अधिकारियों ने रणनीति बनाकर कार्रवाई भी शुरू कर दी है। कार्रवाई के दौरान एक फीसदी उपभोक्ता के साथ भी रियायत नहीं बरतने के निर्देश दिए गए हैं।

55 करोड़ की होनी है वसूली : बिजली निगम को जिले में विभिन्न क्षेत्रों से 55 करोड़ रुपए की वसूली करनी है। निगम को चूना लगाने वाले शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के सामान्य उपभोक्ताओं पर 35 करोड़ रुपए बाकी है।

इनमें अकेले शहरी क्षेत्र के डिफाल्टरों ने निगम का पांच करोड़ का राजस्व दबा रखा है। निगम को चूना लगाने वालों में किसान भी पीछे नहीं है। जिले के किसानों ने ट्यूबेल आदि के कनेक्शन लेकर निगम को चार करोड़ का चूना लगाया है। सबसे कम चूना लगाने वाले उपभोक्ताओं में जिले के उद्यमी शामिल हैं।

विभिन्न क्षेत्रों में स्थापित औद्योगिक इकाइयों पर निगम का मात्र एक करोड़ रुपए ही बकाया है। बिजली निगम का सबसे अधिक बकाया रेलवे विभाग पर है। इस विभाग ने बिजली का दस करोड़ रुपए का बिल अब तक नहीं जमा किया है। शासन ने स्थानीय अधिकारयों से सभी बकाएदारों के पेंच कसकर सौ फीसदी रिकवरी या कनेक्शन काटने के निर्देश दिए हैं।

अभी भी बदहाल है बिजली आपूर्ति

शहर की बिजली आपूर्ति सुधरने का नाम नहीं ले रही है। सरकार द्वारा निर्वाध आपूर्ति की घोषणा के बाद भी शहरवासियों को आठ से दस घंटे कट का सामना करना पड़ रहा है। कटौती की वजह से शहरवासियों की दिनचर्या भी पटरी से उतरती जा रही है।

यदि हालात में सुधार नहीं हुआ तो उपभोक्ताओं का सब्र कभी भी जवाब दे सकता है। शहर में बिजली आपूर्ति की बदहाली कोई नई बात नहीं है। बीते छह महीने से चल रही अघोषित कटौती ने उपभोक्ताओं की नींद हराम कर दी है।

पिछले महीने सरकार ने बिजली आपूर्ति में सुधार का दावा किया था, लेकिन पानीपत में उनके दावे खोखले साबित हो रहे हैं। निर्वाध आपूर्ति के आदेश के बाद भी निगम द्वारा प्रतिदिन आठ से दस घंटे की कटौती की जा रही है। भीषण गर्मी में चल रही अघोषित कटौती की वजह से उपभोक्ताओं की दिनचर्या पूरी तरह पटरी से उतर चुकी है।

लोग न दिन में अपना काम कर पा रहे हैं और ना ही चैन से सो पा रहे हैं। गृहणियों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बिजली कटौती की वजह से पानी की आपूर्ति भी प्रभावित चल रही है। बिना पानी के उनका हर काम अधूरा है। पानी की किल्लत के चलते न तो वह अपने घरों में खाना बना पा रही हैं और ना ही कपड़े आदि धुल पा रही हैं।

बिजली पानी को लेकर रोष

बबेल रोड पर स्थित छोटूराम चौक के लोगों ने मंगलवार की सुबी बिजली पानी की समस्या को लेकर सनौली रोड पर जाम लगाया। प्रदर्शनकारियों ने करीब एक घंटे तक इस मार्ग पर यातायात को ठप किए रखा। घंटे भी बाद भी जब कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा तो प्रदर्शनकारियों ने स्वयं ही जाम हटा लिया।

छोटूराम चौक निवासी रोहताश वर्मा, दीपक शर्मा, रामफल, रवल सिंह, डा. कश्यप, मंजू आदि ने बताया कि उनके इलाके में बीते कई दिनों से बिजली पानी की समस्या बनी हुई है। उन्होंने मामले की शिकायत कई बार बिजली और पानी आपूर्ति करने वाले विभाग के अधिकारियों से की, लेकिन नतीजा सिफर रहा। इसी बात से आजिज आकर उन्होंने सनौली रोड पर जाम लगा दिया।

जाम की वजह से सड़क के दोनों ओर वाहनों का जमावड़ा लग गया। करीब एक घंटे तक जब कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा तो प्रदर्शनकारियों ने यात्रियों की असुविधाओं को देखते हुए जाम हटा लिया। उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन ने उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया तो आने वाले समय में वह और बड़ा आंदोलन करेंगे।

सेक्टरवासी खुद करेंगे अपनी सुरक्षा

पानीपत. सेक्टर -12 के लोगों को जल्द ही चोरी, लूट आदि की घटनाओं से छुटकारा मिलने की उम्मीद है। लगातार हो रही वारदातों से परेशान सेक्टरवासियों ने अब अपनी सुरक्षा खुद करने की कवायद शुरू की है।

इसके लिए सेक्टर 12 रेजीडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन ने सेक्टर की घेराबंदी करने की योजना बनाई है। एसोसिएशन के प्रधान महेंद्र राज गुप्ता की मानें तो घेराबंदी के तहत सेक्टर में गेट लगाने के साथ ही सुरक्षा संबंधी कई और कार्य भी अमल में ला जाएंगे।

इन कार्यो पर होने वाले खर्च एसोसिएशन अपने स्तर से वहन करेगी। इसके लिए प्रपोजल तैयार कर विभागीय अधिकारियों को भेजा गया है। अप्रूवल मिलते ही काम शुरू कर दिया जाएगा।

20 लाख रुपए का आएगा खर्च : सेक्टर की घेराबंदी में लगभग 20 लाख रुपए का खर्चा आएगा। घेराबंदी के अंतर्गत सेक्टर के मुख्य रास्तों पर लगभग 10 गेट लगाए जाएंगे। इन गेटों पर गार्ड की तैनाती की जाएगी।

गेट के साथ साथ बाउंड्री वाल और खाली क्षेत्र में कटीले तारों की बाड़ लगाई जाएगी। हुडा के नक्शे के हिसाब से पूरे सेक्टर को घेराबंदी में शामिल किया जाएगा।

रखा जाएगा पूरा रिकार्ड

सेक्टर में घेराबंदी के दौरान बनाए गए गेट पर गार्ड को पूरा रिकार्ड रखना होगा। इसके तहत रजिस्टर में किसी भी गाड़ी के आने या जाने का समय, गाड़ी नंबर आदि दर्ज किया जाएगा। गर्मियों में रात 11 से सुबह 5 तथा सर्दियों में रात 10 से 6 बजे तक गेट बंद रखा जाएगा। इस दौरान पूरे सेक्टर में सिफ एक ही गेट खुला रखा जाएगा।

डीसी और एसपी होंगे कमेटी के सदस्य: हुडा की पॉलिसी के अनुसार सेक्टर की घेराबंदी से पूर्व एक कमेटी बनाई जाती है, जिसमें पुलिस अधीक्षक और उपायुक्त को सदस्य बनाया जाएगा। इसके अलावा एसोसिएशन के दो सदस्य भी इस कमेटी में शामिल होंगे। यह कमेटी सेक्टर की घेराबंदी के बाद गेट के खुलने के समय तथा अन्य संबंधित फैसले लेगी।

कई वारदातों से मिलेगी निजात: सेक्टर की घेराबंदी करने के बाद केवल मुख्य सड़कों से ही सेक्टर से बाहर निकला जा सकेगा। इसके अलावा मुख्य गेट पर गार्ड सभी गाड़ियों के आने जाने का समय तथा गाड़ी नंबर की पूरी जानकारी अपने पास रखेगा।

ऐसे में चैन स्नैचिंग या चोरी व लूटपाट की घटना होने के बाद रिकार्ड से पुलिस को मदद मिल सकेगी। यही नहीं बाड़ और ऊंची बाउंड्री वॉल के कारण चोरों का सेक्टर में घुसना भी मुश्किल होगा।

मुख्य प्रशासक से मिली थी पॉलिसी

सेक्टर की घेराबंदी के लिए हुडा ने कुछ समय पहले ही विशेष पॉलिसी जारी की थी। इसके बारे में सेक्टर 12 रेजीडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान महेंद्र राज गुप्ता ने बताया कि पॉलिसी के लिए हुडा मुख्य प्रशासक को पत्र लिखा गया था। जहां से पॉलिसी से संबंधित जरूरी कागजात और जानकारियां मिल गई थी। इसी के आधार पर प्रोजेक्ट बनाकर अप्रूवल के लिए हुडा अधिकारियों के पास भेजा गया है।

सचखंड एक्स्प्रेस का इंजन फेल

पानीपत. अमृतसर से नादेड़ जा रही सचखंड एक्सप्रेस ट्रेन का पानीपत पहुंचते ही इंजन फेल हो गया। इंजीनियर्स की टीम ने इंजन को ठीक करने के लिए काफी देर तक कड़ी मशक्कत की, लेकिन नतीजा सिफर रहा।

करीब एक घंटे बाद ट्रेन में दूसरा इंजन लगाकर उसे रवाना किया गया। इस दौरान करीब एक घंटे तक ट्रेन के यात्री भूख प्यास से बिलखते रहे।

मंगलवार को अमृतसर से नंडेर जा रही सचखंड एक्सप्रेस ट्रेन 11.42 बजे जैसे ही स्थानीय रेलवे स्टेशन पर पहुंची, उसका इंजन फेल हो गया। इंजन फेल होने की सूचना चालक ने रेलवे के अधिकारियों को दी तो वह आनन फानन में इंजीनियरों कीि टीम के साथ मौके पर पहुंचे।

इंजीनियर्स ने इंजन को ठीक करने के लिए करीब घंटे भर मशक्कत की, लेकिन वह बेनतीजा रहा। इस दौरान गर्मी की वजह से यात्रियों की हालत खस्ता होने लगी।

उनकी हालत को देखते हुए रेलवे प्रशासन ने तत्काल दूसरे इंजन का प्रबंध किया और ट्रेन को 12.55 बजे गंतव्य के लिए रवाना किया। इस दौरान प्लेटफार्म नंबर एक से होकर गुजरने वाली अन्य ट्रेनों को दूसरे प्लेटफामोर्ं से होकर गुजारा गया।

यात्रियों को हुई परेशानी

ट्रेन का इंजन फेल होने से यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। जनरल बोगी में सवार यात्रियों का गर्मी की वजह से बुरा हाल हो गया था। यात्रियों को जब इंजन खराब होने की सूचना मिली तो उनकी चिंता और बढ़ गई।

उन्हें लगा कि अब यह ट्रेन कई घंटे तक यहीं खड़ी रहेगी। उसके बाद यात्रियों ने इंजन को ठीक करने में जुटे अधिकारियों के पास पहुंचकर कोई अन्य विकल्प तलाशने की मांग की। रेलवे प्रशासन ने जब दूसरे इंजन का प्रबंध किया तब यात्रियों के जान में जान आई।

Tuesday, June 1, 2010

मां ने बीयर पीने से रोका तो पुलिस बुलाई!

फ्लोरिडा में शराब पी रहे एक युवक को मां द्वारा बीयर उठा ले जाने के बाद पुलिस को मदद के लिया बुलाना ठीक लगा। लेकिन पुलिस ने उसे ही गिरफ्तार कर लिया।

32 वर्षीय चार्ल्स डेनिसन घर में बीयर पी रहा था। उसकी मां उसका बियर उठा कर ले गई जिस पर उसने पुलिस की मदद मांगी। वो बार-बार आपात सेवा नंबर 911 मिलाकर पुलिस से अपनी मां को गिरफ्तार करने की बात करता रहा। अंत में पुलिस ने तंग आकर उसे ही गिरफ्तार कर लिया।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जब पुलिस डेनिसन के घर पहुंची तो वो नशे में था। डेनिसन बीयर उठाने के लिए अपनी मां को गिरफ्तार करवाना चाहता था। उसने कहा कि अगर उसकी मां को गिरफ्तार नहीं किया गया तो वो 911 पर कॉल करता रहेगा।

अंत में पुलिस ने डेनिसन को ही फर्जी कॉल करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। वो रात भर जेल में रहा और 150 डॉलर की जमानत देने के बाद रिहा हो सका।

जब अभिषेक ने ऐश का अपहरण कर लिया!

क्या आप यकीन कर सकते हैं कि बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन के पुत्र अभिषेक अपनी ही पत्नी ऐश्वर्या का अपहरण कर सकते हैं लेकिन ये सच है| अभि ने ये बात खुद सोशल नेटवर्किंग साईट ट्विटर पर भी कबूल की है|


दरअसल माजरा ये है कि ऐश-अभि ने हाल ही अपनी शादी की तीसरी सालगिरह न्यूयॉर्क पर मनाई| अभिषेक काफी समय से ऐश के साथ ज्यादा वक़्त नहीं बिता पा रहे थे|दोनों अपनी आनेवाली फिल्म रावण की शूटिंग में इतना ज्यादा व्यस्त रहे कि एक दूसरे को वक़्त ही नहीं दे पाए|


ऐसे में अभिषेक ने शादी की सालगिरह पर ऐश के साथ हॉली-डे प्लान किया और ले गए उन्हें न्यू यॉर्क जहां अब से तीन साल पहले उन्होंने ऐश को प्रपोज़ किया था|न्यू यॉर्क जाने से पहले जूनियर बच्चन ने ट्विटर पर लिखा था-हे,आख़िरकार वो वक़्त आ गया,मैं अब अपनीपत्नी ऐश का अपहरण कर कुछ दिनों के लिए उन्हें अपने साथ ले जा रहा हूं,फिर मिलूंगा|अब देखना ये है कि ये दोनों अपनी छुट्टियां मनाकर कब वापस लौटते हैं|वैसे कहा जा रहा है कि ये दोनों 24 अप्रैल को रावण की म्युज़िक रिलीज़ पर लौट सकते हैं

बिपाशा ने की गाली गलौज

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बिपाशा बसु अपने आनेवाली फिल्म 'पंख' में अपनी इमेज से हटकर काफी अलग किरदार निभाती नज़र आएंगी|इस फिल्म में बिपाशा पहली बार गाली-गलौज और अभद्र भाषा का प्रयोग करेंगी|

फिल्म के सेट पर जब बिप्स ने गाली-गलौज से भरे डायलॉग बहुत ही सहजता से बोले तो सभी दंग रह गए|इस फिल्म में बिपाशा नौ किरदार निभा रही हैं|फिल्म के डायरेक्टर हैं सुदिप्तो बेनर्जी|

बिपाशा हुईं टॉपलेस

बॉलीवुड की हॉट अभिनेत्रियों में से एक बिपाशा बासु ने अब तक कई फिल्मों में गर्मागर्म सींस दिए हैं मगर इस बार बिपाशा ने बोल्डनेस की सारी हदें पर की दी हैं| बिपाशा बासु एक ऐड में टॉप लेस नज़र आईं हैं|बिपाशा का यह ऐड आजकल यू ट्यूब पर खूब देखा जा रहा है| यह ऐड न्यूयॉर्क की मशहूर लोटो कम्पनी का है जिसमें बिपाशा बासु बहुत ही बोल्ड नज़र आ रही हैं|

हालांकि यह ऐड 1999 का है जब बिपाशा एक मॉडल थीं मगर अब यह यू ट्यूब पर किसीने डाला है|बिपाशा के मैनेजर से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस ऐड में बिपाशा ही हैं और हम मानते हैं कि भारतीय मानकों के अनुसार यह विज्ञापन काफी बोल्ड है लेकिन इसे इंटरनेशनल मार्केट को ध्यान में रखकर बनाया गया था|

अक्षय बनेंगे बावर्ची

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अभिनेता अक्षय कुमार ने कलर्स के रियलटी शो 'खतरों के खिलाडी' के तीसरे सीज़न को होस्ट करने से मना किया तो सबको लगा कि अब वह टीवी से अपनी दूरी बना लेंगे मगर ऐसा नहीं हुआ। अक्षय कुमार अब टेलीविज़न पर एक कुकरी शो के होस्ट बने नज़र आएंगे। यह शो मशहूर इंटरनेशनल कुकरी शो टॉप शेफ का देसी वर्जन होगा जिसे अभी मॉडल पद्मा लक्ष्मी होस्ट करती नज़र आती हैं।

यह शो स्टार प्लस पर प्रसारित होगा और बताया जा रहा है कि यह शो भी तभी ऑन एयर होगा जब प्रियंका का 'खतरों के खिलाड़ी' कलर्स पर प्रसारित किया जाएगा। अक्षय को इस शो में काम करने के लिए काफी मोटी रकम दी जा रही है जितनी की उन्हें 'खतरों के खिलाड़ी' होस्ट करने के दौरान भी नहीं मिली थी।

राष्ट्रीय सलाहकार परिषद में 14 सदस्य शामिल

नई दिल्ली. प्रधानमंत्नी मनमोहन सिंह ने संप्रग की अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय सलाहकार परिषद के 14 सदस्यों को मनोनीत किया है।

ये सदस्य हैं - सांसद एवं प्रख्यात कृषि वैज्ञानिक प्रोफेसर एम एस स्वामीनाथन, सांसद श्री राम दयाल मुडा, योजना आयोग के सदस्य प्रोफेसर नरेन्द्र जाधव नार्थ ईस्ट हिल यूनीवर्सिटी शिलांग के कुलपति प्रोफेसर प्रमोद टण्डन, जी.बी. पन्त स्पेशल साईंस इंस्टीटच्यूट, इलाहाबाद के डॉ. जीन द्रीजी, मजदूर किसान शक्ति संगठन, राजसमन्द, राजस्थान की सुश्री अरूणा राय, अगरकर रिसर्च इंस्टीटच्यूट, पुणे के श्री माधव गडगिल, श्री एनसी, सक्सेना, यूनिसेफ के सलाहकार डॉ. ए.के. शिवकुमार, श्री दीप जोशिल परमैक्सलि, की सुश्री अनु आगा, सुश्री फराह नकवी, श्री हरीश मन्दर और सेवा, अहमदाबाद का समन्वयक सुश्री मिरई चटर्जी।

अधिकारिक तौर पर बताया गया है कि प्रधानमंत्नी कार्यालय ने परिषद के गयारह सदस्यों का चयन कल कर लिया था। यह परिषद सरकार और समाज के बीच सम्पर्क सूत्न का काम करेगी तथा संप्रग सरकार कीनीतियों से जनता को अवगत कराएगी।

राष्ट्रीय सलाहकार परिषद में कल चयनित 11 सदस्यों में प्रस्तावित कृषि वैज्ञानिक डॉ. एम एस स्वामीनाथन, आर टी आई संयोजक अरणा राय, अर्थशास्त्री ए.के. शिवकुमार और जीन द्रीजी शामिल है। पूर्व ग्रामीण विकास सचिव रीता शर्मा सदस्य सचिव होंगी।

गौरतलब है कि राष्ट्रीय सलाहकार परिषद संप्रग सरकार के घोषणा पत्न और न्यूनतम साझा कार्यक्रम के क्रियान्वयन और समीक्षा कर सलाह देती है। प्रधानमंत्नी मनमोहन सिंह ने हाल में कुछ राजनीतिक नेताओं और दलों की इस आशंकाओं को खारिज किया था कि श्रीमती गांधी की अध्यक्षता वाली यह परिषद सुपर केबिनेट होगी।

केन्द्रीय मंत्निसमूह ने परिषद के लिए 35 अधिकारियों और अन्य स्टाफ की नियुक्ति करने को पहले ही अनुमति दे दी है। परिषद के अध्यक्ष का पद श्रीमती गांधी ने दूसरी बार ग्रहण किया है। पहली बार संप्रग सरकार बनने पर वर्ष 2004 में गठित परिषद के अध्यक्ष पद को श्रीमती गांधी ने संभाला पर लाभ का पद संभालने का आरोप लगने पर उन्होंने इस पद से मार्च 2006 में इस्तीफा दे दिया था

पंजाब में आतंकियों पर पाक कसेगा नकेल

लाहौर। पाकिस्तान ने पहली बार संकेत दिया है कि वह अपने पंजाब राज्य में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन शुरू कर सकता है। यह ऑपरेशन अफगानिस्तान के समीपवर्ती कबाइली क्षेत्र में जारी अभियान की तर्ज पर होगा।

न्यूज चैनल सिटी-42 को दिए इंटरव्यू में गृहमंत्री रहमान मलिक ने इस आशय की जानकारी दी। उन्होंने माना कि पंजाब में सक्रिय जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-झंगवी, सिपह-ए-साहबा जैसे आतंकी संगठनों ने तालिबान और अल-कायदा से हाथ मिला लिए हैं। इनके खिलाफ पंजाब के दक्षिणी हिस्से में ऑपरेशन शुरू होगा। मलिक ने बताया कि दक्षिणी पंजाब में छिपे आतंकी अब सतह पर आ गए हैं। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी क्योंकि अब ऐसी हत्याएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।

सात लोग गिरफ्तार: इस बीच, अधिकारियों ने लाहौर में अहमदियों की की दो मस्जिदों में शुक्रवार को हुए आतंकी हमले के मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया है। इस हमले में न्यूज चैनल सिटी-42 का एक कर्मचारी भी मारा गया था। गृहमंत्री कर्मचारी की मौत पर सांत्वना जताने इस न्यूज चैनल के कार्यालय में आए थे

पाक पर अमेरिकी हमले की रिहर्सल पूरी

इस्लामाबाद। अमेरिका अब अपनी जमीन पर किसी आतंकी हमले में पाकिस्तान का हाथ साबित होने पर सिर्फ कोरी धमकी नहीं देगा। ये संकेत अफगानिस्तान में तैनात अमेरिकी सेनाओं की पाकिस्तान पर हमले की रिहर्सल से मिले हैं। सेनाओं ने बिना गोला-बारूद के इस कवायद को अंजाम दिया है।

दो दिन पहले ही अमेरिका ने अपने यहां आतंकी वारदात होने की स्थिति में पाकिस्तान पर हमले की चेतावनी दी थी। हालांकि, अमेरिकी प्रशासन का कहना है कि ऐसी कोई भी कार्रवाई केवल चरम हालात में ही की जाएगी। लेकिन अब लगता है कि आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर पाकिस्तान की बार-बार बदलती पैंतरेबाजी से अमेरिका का संयम डगमगाने लगा है। न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर में कार बम बरामद होने के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने आतंकी तत्वों को गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी थी। अब इस रिहर्सल से अमेरिका ने पाकिस्तान को इसी गंभीर कार्रवाई के अगले कदम का संकेत दिया है।

ऐसे हुई रिहर्सल: पाकिस्तानी दैनिक डॉन के अनुसार, रिहर्सल में कं:यूटर सिम्युलेशन के जरिए यह आंका गया है कि पाक में घुसने पर अमेरिकी सेनाओं को कहां चुनौती का सामना करना पड़ सकता है। इससे निपटने के लिए क्या जवाबी कार्रवाई की जानी चाहिए। अमेरिकी सेना ने पाकिस्तान को इस रिहर्सल के बारे में पूरी जानकारी दी थी।

पहले भी हुई थी रिहर्सल : नवंबर 2008 में मुंबई हमले के बाद तत्कालीन बुश प्रशासन ने भी हमले के लिए पाकिस्तान की सीमा पर इससे मिलती-जुलती रिहर्सल की थी। इससे पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार महमूद अली दुर्रानी भी इस कदर खौफजदा हो गए थे कि वे अमेरिकियों को समझाने वॉशिंगटन पहुंच गए। उन्होंने वहां दलील पेश की कि ऐसी कार्रवाइयों से आतंक के खिलाफ जंग में कोई मदद नहीं मिलेगी। साथ ही पाक के लोकतांत्रिक ढांचे को भी नुकसान पहुंच सकता है। इस दलील के बाद पाकिस्तान पर हमले की योजना को टाल दिया गया था। पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल अशफाक परवेज कयानी ने भी पाक की जमीन से किसी आतंकी साजिश को रोकने में पूरी मदद का भरोसा दिलाया था।

साफ चेतावनी : वॉशिंगटन में अपने सूत्रों के हवाले से :डॉन– ने बताया है कि अमेरिका ने पाकिस्तान को फिर यह चेतावनी देने के लिए हमले की योजना बनाई है कि वह अपनी जमीन पर साजिश रच रहे आतंकियों को जड़ से खत्म करे। अमेरिकियों का मानना है कि पाकिस्तानी सरकार में जेहादियों के प्रति सहानुभूति रखने वाले लोग अभी भी मौजूद हैं। खासतौर पर ऐसे जेहादियों से, जो जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद फैलाने में जुटे हैं।

लादेन का साथी मसरी मारा गया

इस्लामाबाद। आतंकवादी संगठन अलकायदा के तीसरे सबसे बडे़ नेता शेख सईद अल मसरी उर्फ मुस्तफा अबू याजिद के बारे में माना जा रहा है कि वह अपने परिवार के सदस्यों के साथ पिछले महीने पाकिस्तान में अमेरिकी ड्रोन विमान के हमले में मारा गया है।

अलकायदा ने एक इस्लामी वेबसाइट पर कल जारी एक बयान में मसरी के मारे जाने की पुष्टि की। उसकी मौत इस आतंकवादी संगठन के लिए एक बड़ा झटका है क्योंकि वह संगठन के लिए राशि एकत्न करने के साथ ही इसके आतंकवादियों द्वारा किये जाने वाले हमलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता था १उसे अलकायदा के ऑपरेशनल चीफ माना जाता था। हालांकि वेबसाइट पर उसकी मौत के समय और कारण की जानकारी नहीं दी गयी है।

वॉशिंगटन में एक अमरीकी अधिकारी ने अपना नाम गुप्त रखने की शर्त पर कहा मसरी के हाल में पाकिस्तान के कबायली इलाकों में मारे जाने की बात पर विश्वास करने के पीछे मजबूत कारण हैं। आतंकवाद निरोधक अभियान के लिए यह एक बडी सफलता है।

पाकिस्तान के एक सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि इस बात की प्रबल संभावना है कि मसरी गत 21 मई को उत्तरी वजीरिस्तान में रात में हुए मिसाइल हमले में मारा गया। अधिकारी ने कहा उस समय हमें इस बात की रिपोर्ट मिली थी कि इस हमले में एक अरब नागरिक अपने कुछ परिवारिक सदस्यों के साथ हमले में मारा गया है और मेरा मानना है कि वह मसरी ही था।

उल्लेखनीय है कि ड्रोन विमानों ने उत्तरी वजीरिस्तान में अलकायदा के गढ माने जाने वाले मिरानशाह से 25 किलोमीटर पश्चिम में स्थित एक मुख्य नगर में किये गए इस मिसाइल हमले में एक कबायली नेता के घर को निशाना बनाया गया था। उस समय खुफिया अधिकारियों ने कहा था कि इस हमल में छह आतंकवादी मारे गए लेकिन स्थानीय निवासियों के अनुसार इसमें चार महिलाओं और दो बच्चों सहित कम से कम 12 लोग मारे गए थे।

इस्लामी वेबसाइटों की निगरानी करने वाली अमेरिकी खुफिया समूह एसआईईटीई ने कल कहा कि अलकायदा ने एक वेबसाइट पर मसरी के मारे जाने की घोषणा की है । इस घोषणा में कहा गया है कि हमले में मसरी के अलावा उसकी पत्नी तीन पुत्नियां उसकी पौत्नी और कई अन्य पुरुष और महिलाएं भी मारी गईं

लव, सेक्स, धोखा और रेप केस

पुणे. 29 वर्षीय लड़की ने प्रेमी के खिलाफ रेप का मामला दर्ज करवाया है। शादी से इनकार करने के बाद पुणे के नांदूरबार पुलिस स्टेशन में लड़की ने केस दर्ज कराया।

पुणे की रहने वाली लड़की (पेशे से इंजीनियर) जितेन्द्र वसंत पाटिल (28), से प्यार करती थी, दोनों के बीच कई बार शारीरिक संबंध भी बन चुके थे। लड़की ने बताया कि पाटिल उससे शादी का वादा भी किया था लेकिन उसने धोखा देते हुए किसी दूसरी लड़की से शादी कर ली।

पाटिल की लड़की से दोस्ती 2006 में हुई थी। लड़की पुणे में एक इन्फोसिस ऑफिस में काम करती थी। धीरे-धीरे यह दोस्ती बहुत गहरी हो गई। दोनों के बीच कई बार शारीरिक संबंध भी बन चुके थे। लेकिन बाद में पाटिल यह कहकर दिल्ली चला गया कि वापस आकर उससे शादी कर लेगा। लेकिन पाटिल दिल्ली से अपने घर नांदूरबार आकर किसी दूसरी लड़की से शादी कर ली। इस बात की जानकारी लड़की को 28 मई को हुई, उसके दूसरे दिन उसने नांदूरबार पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया।

नांदूरपुर पुलिस स्टेशन के पुलिस इंसपेक्टर माया बंकर ने बताया कि लड़की ने अपने प्रेमी के खिलाफ धोखा और रेप का मामला दर्ज कराया है। लेकिन ये दोनों पुणे में रहते थे और अब लड़की पुणे के कोथ्रूद में रहती है, जिससे हमने इस केस को कोथ्रूद पुलिस स्टेशन को ट्रांसफर कर दिया है। बंकर ने बताया कि बाद में यह केस कोथ्रूद से शिवाजीनगर ट्रांसफर कर दिया गया लेकिन अभी तक पाटिल की गिरफ्तार नहीं हो पाई है। पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच-पड़ताल करने में जुटी है।

कलेक्टर के सामने अर्धनग्न हो गई लड़की

भुज. बिजली-पानी का कनेक्शन न मिलने से व्यथित एक लड़की कलेक्टर ऑफिस में शिकायत दर्ज कराने पहुंची थी लेकिन यहां पर लड़की ने अपने शरीर के आधे कपड़े फाड़ डाले।


भुज के टीन सिटी क्षेत्र में रहने वाली धरती सोनी नाम की लड़की सोमवार शाम अपने मकान में बिजली और पानी के कनेक्शन के लिए एक शिकायत लेकर कच्छ कलेक्टर के पास गई थी। कलेक्टर चेंबर में जब वह पहुंची तो वहां पर बैठे कलेक्टर और उसके बीच सवाल-जवाब हो ही रहे थे कि देखते ही देखते उसके दिमाग में पता नहीं क्या आया, उसने अपने कपड़े फाड़ डाले और अर्धनग्न हो गई। इसके तुरंत बाद कलेक्टर ने भुज सिटी पुलिस को सूचना दी, जल्द ही महिला पुलिस स्टेशन की फौजदार एएसआई सुधा भट्ट सहित उनका पूरा अमला कलेक्टर कचहरी आ धमका।


महिला पुलिस ने धरती को कलेक्टर चेंबर से खींचकर बाहर निकाला, इस दौरान लड़की ने पुलिस के साथ भी गाली-गलौज की। काफी मशक्कत के बाद लड़की को भुज सिटी पुलिस स्टेशन ले जाकर लॉकप में बंद कर दिया गया। इस मामले पर भुज सिटी इंचार्ज पीआई बसिया ने कहा कि यह लड़की पिछले कुछ दिनों विवादों में रही है। यहां तक कि एक बार बलात्कार की झूठी रिपोर्ट भी दर्ज करा चुकी है। इसके नाटक को देखकर तो यही लगता है कि यह किसी मानसिक बीमारी की शिकार है।


पुलिस ने लड़की के मेडिकल चेकअप के लिए कोर्ट से इजाजत मांगी, जिसके बाद धरती सोनी को जामनगर मेंटल हॉस्पिटल भेज दिया गया। उसकी मानसिक हालत अगर ठीक रही तो उसके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा। धरती के कपड़े पूरी तरह से फट चुके थे लेकिन जब पुलिस ने उसे कपड़े पहनने के लिए कहा तो उसने ऐसा करने से इनकार कर दिया लेकिन जब पुलिस ने कुछ नए कपड़े दिए तो उसने बड़े शौक से पहन लिए। यही नहीं कलेक्टर ऑफिस में बात-विवाद के समय धरती सोनी ने महिला पुलिस कर्मचारियों के ड्रेस भी फाड़ दिए थे।

दिल्‍ली में रह कर भी कैबिनेट से दूर रहीं ममता

नई दिल्ली. केंद्रीय रेल मंत्री ममता बनर्जी दिल्‍ली में रहते हुए भी मंत्रिमंडल की बैठक से नदारद रहीं। बाद में सफाई देते हुए उन्‍होंने कहा कि वह व्‍यस्‍तता के चलते बैठक में नहीं जा सकीं। इसे संप्रग से किसी तरह की नाराजगी से जोड़ कर नहीं देखा जाना चाहिए। ममता पहले भी कई बार मंत्रिमंडल की बैठक से गैरहाजिर रहने के लिए विवादों में रह चुकी हैं।



केन्द्रीय मंत्निमंडल की राजनीतिक मामलों की आज झारखड़ में राष्ट्रपति शासन लगाने के प्रस्ताव को मंजूरी देने के लिए हुई बैठक में ममता बनर्जी अनुपस्थित रहीं थी। फिर बाद में केन्द्र में यूपीए से किसी प्रकार की मतभेद अथवा नाराजगी होने का ममता ने पूरी तरह से खंडन किया।

दिल्ली में मौजूद बनर्जी ने कहा कि उन्होंने केन्द्रीय मंत्निमण्डल की बैठक में महज इसलिए हिस्सा नहीं लिया क्योंकि उसका एजेंडा सिर्फ झारखंड में राष्ट्रपति शासन लगाने के प्रस्ताव पर विचार करना था। उन्होंने कहा कि यह कहना गलत है कि किसी नाराजगी की वजह से मंत्निमण्डल की बैठक में भाग नहीं लिया है। मेरा यूपीए से पहले जैसा ही संबंध है और मेरा किसी से कोई मतभेद नहीं है।

गौरतलब है कि कुछ दिन पहले पश्चिम बंगाल के मिदनापुर जिले में ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस रेल दुर्घटना को लेकर बनर्जी, केन्द्रीय गृहमंत्नी पी. चिदबंरम और वित्त मंत्नी प्रणव मुखर्जी के अलग-अलग बयान आए थे जिनसे उन तीनों के बीच तलखी होने के समाचार छपे थे। ममता ने कहा था कि ट्रेन हादसे के पीछे नक्सलियों का हाथ है जबकि चिदबंरम और प्रणब मुखर्जी ने फिश प्लेट निकलने से हुए हादसे की बात कही थी। इसके बाद से ही ऐसा माना जा रहा था कि केन्द्र और ममता में तनातनी हो गई है।

बाद में ममता ने इस रेल दुर्घटना की सीबीआई जांच की घोषणा भी कर दी थी जिसको लेकर फिर नाराजगी व्यक्त की गई थी हालांकि बनर्जी ने फिर दोहराया है कि वह इस पर विश्वास नहीं कर सकती कि कोई व्यक्ति लोगों को इस बेरहमी से मार सकता है। अत: सीबीआई से जांच होने पर ही दुर्घटना के वास्तविक कारणों का पता चल पाएगा। हालांकि प. बंगाल सरकार ने ममता की इस मांग को खारिज करते हुए हादसे की जांच सीआईडी से कराने का फैसला किया है।

अक्षरधाम हमले में तीन की फांसी बरकरार

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अहमदाबाद. अक्षरधाम आतंकी हमले के मामले में मंगलवार को गुजरात हाईकोर्ट ने निचली अदालत के फैसले को बरकरार रखा है। विशेष पोटा जज सोनिया गोकाणी की अदालत ने 2006 में इस मामले में तीन आरोपियों को फांसी, एक को उम्रकैद, एक को 10 साल की सजा और एक को पांच साल की सजा सुनाई थी।
कैदियों ने हाईकोर्ट में इस फैसले को चुनौती दी थी। स्वामीनारायण संप्रदाय के गांधीनगर स्थित अक्षरधाम मंदिर को सितंबर 2002 में दो आतंकियों के हमले में 33 लोग मारे गए थे जबकि 76 जख्मी हुए थे। बाद में इस मामले में 6 लोगों को पकड़ा गया जिनके ऊपर पोटा के तहत मुकदमा चला और फिर पोटा कोर्ट ने सभी को सजा सुनाई। इसके बाद इन सभी ने हाईकोर्ट में सजा के खिलाफ अपील की थी, जिसे आज कोर्ट ने खारिज कर दिया। हमले की साजिश रचने में शामिल 24 लोग अब भी फरार हैं। बाद में इस मामले में दो और लोगों को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया जो इस समय जेल में हैं और जिनका मामला लोअर कोर्ट में चल रहा है।

क्या हुआ था उस दिन

24 सितबंर 2002 दिन मंगलवार, लोग स्वामी नारायण मंदिर में दर्शनों के लिए लंबी कतार लगाए खड़े थे। लेकिन शाम करीब सवा पांच बजे कुछ बंदूकधारियों ने मंदिर में घुस आए और गोलियां चलानी शुरु कर दी। 15 से 20 मिनट बाद पुलिस यहां पर पहुंची थी तब तक काफी लोग मौत के आगोश में चले गए थे। इस हमले में 33 लोग मारे गए थे जबकि 76 लोग घायल।

कई घंटों तक चले इस मुठभेड़ में एनएसजी और गुजरात पुलिस का एक कमांडो भी मारा गया था जबकि कुछ कमांडो भी घायल हुए थे। आतंकवादियों और सुरक्षाकर्मियों के बीच पूरी रात मुठभेड़ चली, जिसमें दो चरमपंथी भी मारे गए थे।

घटना के बाद पुलिस ने सबसे पहले उस कार के मालिक और ड्राइवर को गिरफ्तार किया था जिसमें बैठकर दो हमलावर स्वामीनारायण मंदिर तक पहुंचे थे। अधिकारियों के अनुसार यह हमला चरपंथी संगठन जैस-ए-मोहम्मद के इशारे पर किया गया था।

क्या है अक्षरधाम मंदिर

अक्षरधाम मंदिर का संचालन अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्थान करता है जो अपने सुंदर स्थापत्य कला के लिए जाना जाता है। हर साल लगभग 20 लाख भक्त गांधीनगर स्थित इस मंदिर में आते हैं। यह मंदिर 19वीं सदी के हिंदू संत स्वामीनारायण के अनुयायियों ने बनवाया है।

चीन के भूकंप में 2698 की मौत

बीजिंग। चीन के तिब्बती बहुल किंगहाई प्रांत में आये भूकंप में 2698 लोगों की मौत हो गयी जबकि 270 लोग अब भी लापता हैं। गौरतलब है कि इस प्रांत में 14 अप्रैल को 7. 1 तीव्रता का जबर्दस्त भूकंप आया था।

आधिकारिक शिन्हुआ संवाद समिति ने प्रांत के उप गवर्नर जांग गुआंगरोंग के हवाले से कहा, 2698 शवों की पहचान कर ली गयी है और 11 शवों की पहचान नहीं हो पायी है। उन्होंने कहा कि मरने वालोंे में 199 विद्यार्थी और हांगकांग का एक निवासी था। प्रांत में तिब्बतियों की बहुलता है।