Monday, December 20, 2010

रिश्तेदार भिड़े, बहा खून, एमएलए सिद्धू पर भी केस


मोहाली. शनिवार रात खरड़ के गांव बरियाली में रह रहे दो रिश्तेदार परिवारों के बीच मामूली झगड़े में गोलियां चलीं और एक की जान चली गई। गोलीबारी में छह लोग घायल हैं। पुलिस ने गांव के सरपंच सहित तीन लोगों के साथ ही खरड़ से विधायक बलबीर सिंह सिद्धू और उनके भाई अमरजीत सिंह जीती के खिलाफ भी केस दर्ज किया है। सिद्धू के खिलाफ साजिश रचने जबकि जीती के खिलाफ हत्या और हत्या के प्रयास का केस दर्ज किया गया है।


शनिवार रात को गाड़ी खड़ी करने को लेकर जितेंदर तथा गुरप्रीत सिंह में झगड़ा हो गया। झगड़ा बढ़ा और थोड़ी ही देर में दोनों तरफ से एक-दूसरे पर गोलियां चलने लगीं। गोली लगने से रत्न सिंह की मौत हो गई। रत्न सिंह के बेटे हरजिंदर ने आरोप लगाया कि पिता पर गांव के सरपंच कुलवंत सिंह, जितेंदर सिंह तथा दिलबर सिंह ने अपने अन्य साथियों के साथ हमला किया। गोलीबारी में हरजिंदर, अमरीक सिंह, गुरप्रीत सिंह, कुलविंदर कौर तथा हरप्रीत सिंह घायल हुए हैं। इन्हें पीजीआई में दाखिल कराया गया है। दूसरी तरफ, सरपंच कुलवंत सिंह के परिवार वालों ने बताया कि रात को हरजिंदर और गुरप्रीत ने कुछ लोगों के साथ आकर दरवाजा खटखटाया।


जितेंदर के दरवाजा खोलते ही उन्होंने हमला कर दिया। घर में घुसकर दिलबर की जांघ में गोली मार दी। जान बचाने के लिए दिलबर पूरे घर में भागता रहा। दिलबर को फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एसएसपी गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि हरजिंदर की शिकायत पर दिलबर, कुलवंत, जितेंदर और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ कत्ल तथा आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। ये दोनों परिवार आपस में रिश्तेदार है, जिनकी जमीन को लेकर पुरानी रंजिश चल रही है।


सफारी खड़ी करने को लेकर हुआ झगड़ा


गुरप्रीत ने अपनी टाटा सफारी गाड़ी जितेंदर के घर के पास खड़ी की थी। जितेंदर ने उसे गाड़ी खड़ी करने से रोका तो वह अपने परिवार को बुला लाया। इसके बाद दोनों परिवारों के बीच गोलियां चलीं और रत्न सिंह की मौत हो गई।


गांव में सन्नाटा, घर में खून


रात को हुई गोलीबारी की घटना का असर रविवार सुबह गांव में दिखाई दे रहा था। चारों ओर सन्नाटा पसरा था और लोग कम ही दिखाई दे रहे थे। जिस सफारी गाड़ी के पास झगड़ा हुआ वहां पर खून बिखरा हुआ था और दिलबर सिंह के घर के कई कमरे खून से सने हुए थे।


एसआईटी करेगी जांच


एसएसपी गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि इस कत्ल केस की जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) का गठन किया गया है। पांच सदस्यीय एसआईटी का प्रमुख एसपी डी प्रीतम सिंह को लगाया गया है। इस टीम में डीएसपी हेडक्वार्टर मनमिंदर सिंह, डीएसपी डी सतनाम सिंह, सीआईए मोहाली इंचार्ज गुरचरण सिंह तथा एसएचओ बलौंगी पलविंदर सिंह शामिल हैं।


मैं दिल्ली में हूं, चाहे मोबाइल चेक करा लो


गोलीकांड में सरपंच कुलवंत सिंह के परिवार के खिलाफ केस दर्ज होने के साथ ही शिकायतकर्ताओं ने क्षेत्रीय विधायक बलबीर सिंह सिद्धू और उनके भाई अमरजीत सिंह जीती का नाम भी लिया। कुलवंत सिंह उनका नजदीकी बताया जाता है। हालांकि पुलिस की एफआईआर में सिद्धू और जीती का नाम नहीं है। वहीं, विधायक बलबीर सिंह सिद्धू ने दिल्ली से जारी प्रेसनोट में बताया है कि उनका नाम इस केस में बिना वजह घसीटा जा रहा है, जो राजनीति से प्रेरित है।


उन्होंने कहा कि वह शनिवार दिन से ही कांग्रेस अधिवेशन में भाग लेने दिल्ली पहुंचे हुए हैं। उनका भाई शनिवार रात को काउंसिल अध्यक्ष रजिंदर सिंह राणा तथा सरपंच कुलवंत सिंह के साथ जीरकपुर के बेस्टवुड पैलेस में शादी में गए हुए थे।


सिद्धू ने कहा है कि सबूत के तौर पर उन सबकी मोबाइल फोन की लोकेशन चेक कराई जा सकती है। शादी के फोटोग्राफ्स व वीडियो की भी जांच की जा सकती है। उन्होंने कहा कि उनकी एंट्री दिल्ली में पंजाब भवन के रजिस्टर में भी दर्ज है।


अधिकारी छिपाते रहे बलबीर सिद्धू का नाम


बरियाली गोलीकांड को लेकर जो एफआईआर पुलिस ने दर्ज की है उसके अनुसार आईपीसी की धारा 120बी के तहत बलबीर सिंह सिद्धू को आरोपी बनाया गया है। उनके भाई अमरजीत सिंह जीती को आईपीसी की धारा 302 तथा 307 के तहत मुख्य आरोपियों में शािमल किया गया है। लेकिन पुलिस का कोई भी अधिकारी तथा एसएचओ सिद्धू और जीती का नाम नहीं बता रहे हैं। एसएसपी की ओर से जारी प्रेसनोट तथा जिला लोक संपर्क कार्यालय की ओर से जारी की गई सूचना में कहीं भी दोनों का नाम नहीं है।

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