मास्टर मोहन लाल के बयान से पंजाब सरकार मुश्किल में,या मास्टर मोहन लाल ?
चंडीगढ़ बस किराया बढ़ाने के मामले में परिवहन मंत्री मास्टर मोहन लाल के उस बयान ने सरकार के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है जिसमें उन्होंने कहा है कि प्राइवेट बस ऑपरेटर्स की लॉबी के चलते बस किराए बढ़ाए गए हैं और इस मामले में उनकी भी नहीं चली है। अबोहर से कांग्रेस के विधायक सुनील जाखड़ और विधायक जस्सी खंगूड़ा ने परिवहन मंत्री से सवाल किया है कि वे उन प्राइवेट बस आपरेटर्स का नाम बताएं जिनकी वजह से जनता पर किराये का बोझ डाला गया है।
जाखड़ ने यह भी सवाल उठाया कि आखिर किसी विभाग की नीति निर्धारित करते समय संबंधित मंत्री को जब भरोसे में नहीं लिया जा रहा है तो पता किया जाए कि सरकार को कौन सी छिपी शक्तियां चला रही हैं। जाखड़ ने कहा कि सरकार के ट्रांसपोर्ट मंत्री ही बयान दे रहे हैं कि किराया बढ़ाने के अलावा और भी उपाय हो सकते थे लेकिन जब कुछ दिन पहले ऐसा ही बयान वित्तमंत्री मनप्रीत बादल ने दिया था तो उन्हंे पंजाब विरोधी बताते हुए मंत्रिमंडल से ही नहीं बल्कि पार्टी से भी बाहर कर दिया गया था।
अब सुखबीर बादल ने अपनी निजी ट्रांसपोर्ट कंपनी को और लाभ पहुंचाने के लिए जनता पर बस किरायों का बोझ लाद दिया है। जाखड़ ने कहा कि मास्टर मोहन लाल के बयान से साफ जाहिर है कि सरकार के विभिन्न विभागों में कोई तालमेल नहीं है। जाखड़ ने मांग की कि मंत्री का कहा न मानने वाले अधिकारियों के खिलाफ जांच होनी चाहिए।
उन्होंने मंत्री के उन उपायों को भी सार्वजनिक करने की मांग की जिनमें पीआरटीसी और रोडवेज के घाटे से उभारा जा सकता था।
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