लाहौर का टीचर निकला आईएसआई जासूस
मोहाली. मोहाली पुलिस ने शनिवार को एक पाकिस्तानी जासूस को चंडीगढ़ के पास स्थित मुल्लांपुर एयरफोर्स स्टेशन एरिया से गिरफ्तार किया है। उसके पास से एक चीनी पिस्टल, 20 कारतूस, एयरफोर्स स्टेशन के नक्शे और फोटो तथा एक डायरी बरामद हुई है। आईएसआई के इस जासूस की पंजाब में खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स मदद कर रही थी।
एसएसपी गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि उन्हें एक पाकिस्तानी जासूस के मुल्लांपुर इलाके में घूमने की सूचना मिली थी। पुलिस उस पर नजर रखे हुई थी, शनिवार को उसे गिरफ्तार कर लिया गया। जासूस की पहचान लाहौर के इरफानउल्ला पुत्र खुर्शीद अहमद के रूप में हुई है। उसकी उम्र 29 वर्ष है और पिछले एक माह से वह पंजाब के अलग-अलग एयरफोर्स बेसेज पर घूम रहा था। नेपाल के रास्ते भारत आए इरफानउल्ला ने मुल्लांपुर एयरफोर्स स्टेशन की जानकारी भी जुटाई थी।
उसके पास से देश के कई एयरफोर्स स्टेशंस के नक्शे मिले हैं। इनमें मुल्लांपुर, हलवारा एयरफोर्स बेस तथा राजा सांसी एयरपोर्ट के नक्शे तथा फोटोग्राफ शामिल हैं। उसका मकसद एयरफोर्स के किसी कर्मचारी को अपने साथ जोड़ना था। उसके खिलाफ कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।
खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स कर रही है मदद
इरफान की पंजाब में खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स मदद कर रही थी। खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स का चीफ रंजीत सिंह उर्फ नीटा तथा गुरमीत सिंह उर्फ बग्गा जर्मनी से इसकी मदद के लिए नेटवर्क तैयार करने में जुटे थे।
नाम : इरफानउल्ला
उम्र : 29 साल
पिता : खुर्शीद अहमद
निवासी : लाहौर
शिक्षा : ग्रेजुएट, कंप्यूटर साइंस में डिप्लोमा। कुछ समय तक लाहौर के रिजवान पब्लिक स्कूल में पढ़ाया है।
भाषा : अच्छी पंजाबी और अंग्रेजी बोलता है। हिंदी का भी ज्ञान है।
निशाने पर था ‘बुआ का घर’
मोहाली पुलिस के लिए इरफानउल्ला की डायरी काफी अहम है। डायरी में मौजूद कोडवर्डस पर पुलिस शनिवार देर रात तक इरफानउल्ला से पूछताछ कर रही थी। केस के मुख्य जांच अधिकारी डीएसपी (डी) सतनाम सिंह ने बताया कि डायरी में चंडीगढ़ एयरबेस भी निशाने पर था। इरफानउल्ला ने चंडीगढ़ एयरबेस को ‘बुआ का घर’ कोड दिया था।
आदमपुर एयरबेस को ‘चाचू का घर’, हलवारा एयरबेस को ‘आंटी का घर’, पठानकोट एयरबेस को ‘मामू का घर’, अंबाला एयरबेस को ‘फूफा का घर’ कोड दिया गया था। पुलिस को इरफानउल्ला ने बताया है कि वह दो दिन पहले ही मुल्लांपुर एयरबेस की जानकारी लेने यहां पहुंचा था।
इरफानउल्ला के पास से जो नक्शे बरामद हुए हैं, उनमें एयरबेस के अंदरुनी ढांचे, आसपास के गांवों का पूरा बयोरा मिला है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि पंजाब में लोकल स्तर पर खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स के कौन-कौन लोग उसकी मदद कर रहे थे। इरफानउल्ला के अनुसार उसे पूरी जानकारी पाकिस्तान में बैठे किसी टीपू नाम के शख्स को मेल करनी थी।
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