फर्जी मुठभेड़ में किसी को मार गिराना या सुरक्षा बलों पर ऐसे आरोप लगना कोई नई बात नहीं है। राष्ट्री य मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) के आंकड़ों पर गौर करें तो देश के सभी राज्योंै में ऐसे मामले दर्ज होते हैं। पर उत्तयर प्रदेश का रिकॉर्ड सबसे खराब है।
अक्टूपबर, 1993 से अक्टूेबर, 2009 के दौरान इस राज्यं में फर्जी मुठभेड़ के 716 मामले एनएचआरसी में दर्ज हुए। पड़ोसी बिहार दूसरे नंबर पर रहा, लेकिन लंबे फासले (79 मामले) के साथ। आंध्र प्रदेश में 73, महाराष्ट्रआ में 61 ऐसे मामले आए, जबकि अंडमान निकोबार में 16 साल में फर्जी मुठभेड़ का सिर्फ एक मामला दर्ज हुआ।
* फर्जी एनकाउंटर में ऑफिसर व जवान अरेस्ट
फर्जी मुठभेड़ में मुसलमानों के मारे जाने के सबसे ज्यानदा मामले गुजरात से सामने आए। गुजरात में बीते 16 साल में ऐसे 20 मामले दर्ज हुए हैं, जिनमें 12 मुसलमानों के फर्जी मुठभेड़ से जुड़े थे। सोहराबुद्दीन शेख और इशरत जहां का मामला तो काफी चर्चित रहा। इस लिहाज से उत्त राखंड दूसरे और महाराष्ट्रभ तीसरे नंबर पर रहा।
एनएचआरसी में विभिन्ना राज्योंर के फर्जी मुठभेड़ के दर्ज मामले (1993-2009)
राज्यर – फर्जी मुठभेड़ के मामले – मुसलमानों से जुड़े मामले
आंध्र प्रदेश – 73 – 02
असम – 11 – 00
बिहार – 79 – 04
गुजरात – 20 – 12
हरियाणा - 18 – 03
कर्नाटक – 10 – 03
मध्या प्रदेश – 36 – 5
महाराष्ट्रे – 61 – 16
मणिपुर – 18 – 03
ओडि़सा – 03 – 00
पंजाब – 31 – 00
राजस्थाटन – 11 – 01
तमिलनाडु – 24 – 00
त्रिपुरा – 04 – 00
उत्तपर प्रदेश – 716 – 131
पश्चिम बंगाल – 08 – 00
अंडमान निकोबार – 01 – 00
दिल्ली – 22 – 08
छत्तीीसगढ़ – 06 – 01
झारखंड – 21 – 05
उत्तंराखंड – 29 – 09
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