Monday, July 5, 2010

खर्राटे: बीमारी या कुछ और...

खर्राटे लेना एक आम बात है। कुछ लोग इसे एक प्रकार की बीमारी भी मानते हैं। खर्राटे कई प्रकार के होते हैं तथा जातक के स्वभाव के बारे में काफी-कुछ संकेत देते हैं। आवश्यकता केवल इन्हें समझने की है। शरीर लक्षण विज्ञान के विभिन्न प्रकार के खर्राटों पर गहरी खोज की गई है।
खर्राटों से पहली किस्म है संगीतमय खर्राटे। इस प्रकार के खर्राटे बहुत कम तो क्या नहीं के बराबर देखने में आए हैं। संगीतमय खर्राटे लेने वाले व्यक्ति सामान्य होते हैं, पर यह दुर्लभ है। इस प्रकार के खर्राटों से कोई परेशानी नहीं होती।दूसरी किस्म के खर्राटे अचानक उत्पन्न होते और धीरे-धीरे शब्द विहीन हो जाते हैं। यह खर्राटे कानफोड़ू होते हैं। इस प्रकार के खर्राटे लेने वाला व्यक्ति भी सामान्य होता हैं, पर स्वभाव से थोड़े उग्र होते हैं। विश्वासी नहीं होते।
खर्राटों की तीसरी किस्म ऐसी होती है जैसे कोई मंद-मंद हंस रहा हो। इस प्रकार के खर्राटे लेने वाला जातक दब्बू होते हैं। उनका अपना कोई निर्णय नहीं होता। यह स्वार्थी प्रवृत्ति के होते हैं।खर्राटों की चौथी किस्म सबसे अप्रिय और भयानक मानी गई है। यह काफी जोर की ध्वनि करते हैं। ऐसा जातक मद्यप्रिय तथा संतोषी होते हैं।पांचवी किस्म के खर्राटे भी संगीतमय होते हैं। इस प्रकार के खर्राटे लेने वाले जातक सामान्य तथा मृदु स्वभाव के होते हैं। यह समझौतावादी होते हैं।
खर्राटों की छठी व अंतिम किस्म भी भयानक और अप्रिय खर्राटों की ही है। इस प्रकार के खर्राटे लेने वाला व्यक्ति क्रूर और ह्रदयहीन होता है। समझौता करना यह नहीं जानते।

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