नई दिल्ली/लखनऊ. भाजपा ने राज्यसभा चुनाव के लिए एक भी महिला उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया है। यह बात और है कि यह पार्टी महिला आरक्षण बिल की पुरजोर समर्थक रही है। दूसरी तरफ कांग्रेस ने अंबिका सोनी और मोहसिना किदवई को पुन: राज्यसभा के लिए उम्मीदवार बनाया है।
भाजपा ने एक ओर जहां नजमा हेपतुल्ला और हेमा मालिनी को दोबारा टिकट नहीं दिया है, वहीं स्मृति ईरानी व शोभा करंदलाजे जैसे नए चेहरे भी सूची में शामिल नहीं हो सके। पार्टी से टिकट पाने वाले चार उम्मीदवारों में पत्रकार चंदन मित्रा तथा पार्टी प्रवक्ता तरुण विजय शामिल हैं। मित्रा मध्यप्रदेश से जबकि तरुण उत्तराखंड से चुनाव लड़ेंगे। इनके अतिरिक्त अनिल माधव दवे को मध्यप्रदेश से जबकि वीपी सिंह को राजस्थान से टिकट मिला है।
प्रख्यात वकील राम जेठमलानी मध्यप्रदेश से भाजपा का टिकट पाने में सफल नहीं हुए हैं। अब पार्टी उन्हें राजस्थान से बतौर भाजपा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार मैदान में उतारने की तैयारी में है। इस बीच वरिष्ठ भाजपा नेता राजीव प्रताप रूडी ने 7 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए पटना में पर्चा भरा है।
कांग्रेस: केंद्रीय मंत्री अंबिका सोनी को पंजाब से और आल इंडिया कांग्रेस कमेटी की महासचिव मोहसिना किदवई को पुन: छत्तीसगढ़ से कांग्रेस ने टिकट दिया है। छत्तीसगढ़ के कोटे से किदवई के अलावा विद्याचरण शुक्ल और पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी का नाम भी सूची में शुमार था, लेकिन आलाकमान ने गांधी परिवार की विश्वस्त किदवई के नाम पर मुहर लगाई। इनके अतिरिक्त विजय दरडा व अविनाश पांडेय (महाराष्ट्र), धीरज प्रसाद साहू (झारखंड) तथा ईएमएस नचियप्पन (तमिलनाडु) को भी टिकट दिया गया है।
बसपा: उत्तरप्रदेश में सत्तारूढ़ बसपा के सात उम्मीदवारों ने शुक्रवार को नामांकन पत्र भरे। इसके साथ ही चुनावी मैदान में उतरे उम्मीदवारों की संख्या 11 हो गई है।
रमेश ने भरा पर्चा: आंध्रप्रदेश में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश समेत सत्तारूढ़ कांग्रेस के चार तथा मुख्य विपक्षी दल टीडीपी के दो उम्मीदवारों का निर्विरोध निर्वाचन तय है। इन उम्मीदवारों ने नामांकन के आखिरी दिन शुक्रवार को पर्चा भरा।
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